जेल में बीमारी से बंदी की मौत , दरोगा और सिपाई पर लगाया हत्या का आरोप

दरोगा और दो सिपाही पर जेल में जाकर हत्या करने का आरोप

बरेली। थाना भुता क्षेत्र गांव डबोरा निवासी वीरपाल लड़ाई झगड़ा में थाना भुता पुलिस ने जेल भेजा था। जेल में बन्दी बीमार वीरपाल की उपचार के। दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक वीरपाल के समधी ने भूता के एक दरोगा और दो सिपाही पर जेल में जाकर हत्या करने का आरोप लगाया है।

जेल में बीमारी से बंदी की मौत , दरोगा और सिपाई पर लगाया हत्या का आरोप
जेल में बीमारी से बंदी की मौत , दरोगा और सिपाई पर लगाया हत्या का आरोप

जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने सभी आरोपों को झूठा बताया । भूता थाना क्षेत्र के डबौरा गांव के रहने वाले 60 वर्षीय वीरपाल पुत्र टीकाराम का पड़ोस केर हने वाले जोगराज मौर्य और दिनेश मौर्य से विवाद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने पांच अक्टूबर को लडाई झगड़े के मामले में जेल भेजा था। वीरपाल के साथ उसने सगे भाई और दो अन्य का भी चालान हुआ था। मृतक के समधी प्रेमपाल का आरोप है कि दरोगा चन्नी लाल सिपाही संजीव और अनुज जोगराज के घर आते हैं। उन्होने धमकी दी थी कि जेल में ही वह वीरपाल को मरवा देंगे। इसी को लेकर प्रेमपाल ने तीनों पुलिस कर्मियों पर जेल में जाकर हत्या करने का आरोप लगा दिया है। इस मामले में जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि पांच को जेल में आने के बाद वह सात को बीमारी की वजह से जेल के अस्पताल में बंद थे। उनका उपचार चल रहा था। बीमारी की वजह से ही उनकी मौत हो गई है। जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं है वो सब गलत है शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा।