पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी

इस तरह की पहल से स्वरोजगार करने वालों को मदद मिलेगी

बरेली । पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर महात्मा ज्योतिबा फुले यूनिवर्सिटी के नेहरू केंद्र परिसर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ द्वारा स्वरोजगार आधारित उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी

वहीं इस मेले में पहुंची डॉक्टर कीर्ति प्रजापति ने कहा कि विश्वविद्यालय की ये एक बहुत ही अच्छी पहल है। गांव देहात से स्वयं सहायता समूह आए है । हमें उनके उत्पाद बहुत बढ़िया लग रहे हैं लोग उनके उत्पाद खरीद रहे हैं। साथ ही इस तरह की पहल से स्वरोजगार करने वालों को मदद मिलेगी।

 

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी

वही ग्राम पैगा से आईं सरोज गंगवार का कहना है कि उनके गांव में 12 स्वयं सहायता समूह है।उन्होंने तीन स्टॉल लगाए हैं। ग्रामीण महिलाओं से और खुद भी कई तरीके के उत्पाद हम गांव में घर पर ही बना लेते हैं। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पहले से कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है।
एमजेपी में स्टॉल लगाने आई जगरानी का कहना है कि उनका 12 महिलाओं का समूह है उनके द्वारा मोमबत्ती और चप्पलों को बनाया जाता है वहीं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह के जरिए उन्हें रोजगार के लिए बैंक से लोन भी मिलता है तथा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की इस पहल के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है।वही इस मेले में पहुंची शिक्षा विभाग की डॉक्टर प्रतिभा सागर ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा घर पर ही तैयार किए गए उत्पाद उन्हें बहुत ही अच्छे लग रहे हैं इसमें कई तरीके के उत्पाद महिलाएं घर पर ही तैयार कर रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में स्वरोजगार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी

वही इस मेले में स्टॉल लगाए बैठे रायसिंह का कहना है कि उनके समूह में 11 महिलाएं हैं उन महिलाओं के द्वारा खाद्य उत्पादों को तैयार किया जाता है उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनके द्वारा महिलाओं को रोजगार मिल रहा है और वह आत्मनिर्भर बन रही है।