बरेली। शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने पवित्र नदी राम गंगा के अलावा कछला घाट पर जाकर आस्था की डुबकी लगाई मान्यता है ,शरद पूर्णिमा की रात आसमान से अमृत की वर्षा होती है। क्योंकि उस समय चंद्रमा अपने 16 कलाओं से युक्त होकर अमृत वर्षा करता है।शरद पूर्णिमा की रात खुले आसमान के नीचे खीर रखते हैं और उसमें चंद्रमा की अमृत गुणों से युक्त किरणें पड़ती हैं, जिससे वह खीर अमृत के समान स्वास्थ्यवर्द्धक हो जाती है।