बोर्ड की मीटिंग में सभासद पत्तियों को शासन का हवाला देकर बाहर का रास्ता दिखाया

10 करोड़ के प्रस्ताव हुए पास

बरेली । आंवला  नगर पालिका परिषद की दूसरी बैठक संपन्न हुई। इसमें आठ मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। एक मुद्दे को छोड़कर सात बिंदुओं पर एक राय होकर सभी ने ध्वनिमत से अपनी सहमति जता दी। हालांकि बोर्ड में पहले से जाते रहे महिला सभासद पति को इस बार मीटिंग में न पहुंच पाने का मलाल रहा । नगर पालिका अध्यक्ष सय्यद आबिद अली ने प्रशासनिक आदेश दिखाकर महिला सभासदों के पतियों के बोर्ड की मीटिंग में शामिल होने से परहेज किया। पहले से मीटिंग में शामिल होते रहे महिला सभासद पतियों ने अपनी नाराजगी जताते हुए हंगामा काटा।लेकिन नियमों के हवाले के चलते वह बाहर रहने पर मजबूर हो गए। इस मीटिंग में 10 करोड़ की लागत से विकास के प्रस्ताव पर आम सहमति बनी। इसमें संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर साहब से लेकर भगवान परशुराम के नाम से भी चौराहा व स्वागत द्वारा बनाने की सहमति एक राय होकर दी। वहीं गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कायम करते हुए आला हजरत साहब के नाम से स्वागत द्वार बनाने का प्रस्ताव पर अपनी सहमति की मोहर सभासदों ने एक राय होकर लगा दी। हालांकि इस मीटिंग में कॉलोनी विकसित करने वाले बिल्डरों पर शिकंजा कसने का काम किया गया है। तय हुआ है कॉलोनी में किसी भी निर्माण से पहले नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण लेना जरूरी होगा, नगर पालिका सीमा क्षेत्र के अंतर्गत। यदि कालोनाइजर कॉलोनी काटते समय मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाता है, तो उसको अनापत्ति प्रमाण नहीं मिलेगा। यहां पर अधिशासी अधिकारी जितेंद्र कुमार ,रजनीश तिवारी सहित सभासद व नगर पालिका के कर्मचारी मौजूद रहे।