नई दिल्ली: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI के माध्यम से आप जल्द ही कैश डिपॉजिट कर पाएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार (5 अप्रैल) को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी।
शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई की पॉपुलैरिटी और एक्सेप्टेंस को देखते हुए अब इसके जरिए कैश डिपॉजिट फैसिलिटी देने का प्रस्ताव है। यह सुविधा CDM (कैश डिपॉजिट मशीन) में मुहैया कराई जाएगी। अभी सीडीएम के जरिए कैश डिपॉजिट करने के लिए डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। अभी UPI के जरिए पेमेंट करने के साथ नकद पैसे निकाल सकते हैं।
खाताधारकों के कन्वीनिएंस को बढ़ाती कैश डिपॉजिट मशीन
आरबीआई ने बयान जारी करते हुए कहा कि बैंकों के जरिए लगाई गई कैश डिपॉजिट मशीन कस्टमर्स के कन्वीनिएंस को बढ़ाती है। साथ ही बैंक शाखाओं पर नकदी संभालने का भार भी कम करती हैं। यूपीआई की पॉपुलैरिटी और इसके जरिए कार्डलेस कैश विड्रॉल से मिले एक्सपीरिएंस को देखते हुए कैश डिपॉजिट करने की सुविधा देने का प्रस्ताव है। इसे कैसे चलाया जाएगा, इसकी जानकारी जल्द ही दी जाएगी।
PPI वॉलेट्स से यूपीआई पेमेंट की अनुमति देने का भी प्रस्ताव
इसके अलावा आरबीआई ने पीपीआई (प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स) यानी वॉलेट से यूपीआई पेमेंट करने के लिए थर्ड-पार्टी ऐप के इस्तेमाल की अनुमति देने का भी प्रस्ताव रखा है। फिलहाल, वॉलेट से यूपीआई पेमेंट की सुविधा केवल PPI कार्ड जारी करने वाली कंपनी के वेबसाइट या मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करके ही किया जा सकता है। शक्तिकांत दास ने बयान में कहा कि इससे PPI कार्ड होल्डर्स को बैंक अकाउंट होल्डर्स की तरह ही यूपीआई पेमेंट करने में मदद मिलेगी। यानी वॉलेट का पैसे UPI के जरिए किसी भी प्रकार के पेमेंट के लिए भी यूज किया जा सकता है।
पीपीआई वॉलेट से यूपीआई पेमेंट करने की सुविधा मिलने के बाद अगर आपके पास कोई प्रीपेड कार्ड, स्मार्ट कार्ड मोबाइल PPI वॉलेट होगा तो उसमें रखे हुए पैसे को UPI के जरिए भी खर्च कर पाएंगे। इसके लिए आप PhonePe, GooglePay, Amazon Pay और अन्य थर्ड पार्टी UPI ऐप्स को इस्तेमाल कर पाएंगे।