UP News: योगी सरकार से खफा हुए जयंत चौधरी! जानिए क्या है मामला

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार की तरफ से एक नया नियम जारी किया गया है. आदेश के अनुसार, कांवड़ यात्रा के रास्ते में हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिकों को अपने नाम का बोर्ड यानी अपना नाम लिखवाना होगा. वहीं इस नये नियम का अब रालोद ने भी विरोध किया है. आरएलडी पार्टी के यूपी अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रशासन का दुकानदारों को अपनी दुकान पर अपना नाम और धर्म लिखने का निर्देश देना जाती और सम्प्रदाय को बढ़ावा देनें वाला कदम है. प्रशासन इसे वापस लें यह गैर संवैधानिक निर्णय है.

आपको बता दें कि योगी सरकार के इस नियम का काशी संत समिति ने दिल से स्वागत किया था. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि हलाल प्रोडक्ट पर हमने सवाल नहीं उठाए थे, तो इस फैसले पर भी सवाल नहीं उठाना चाहिए. बता दें कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान मालिकों को अपना नाम लिखना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि कांवड़ यात्री किस दुकान से क्या खरीद रहे हैं उन्हें पता हो और किसी के आस्था के साथ कोई खिलवाड़ न हो. इसलिए ये आदेश जारी किया गया है.

असदुद्दीन ओवैसी ने भी किया था इसका विरोध

कांवड़ यात्रा के लिए बनाए गए इस नए नियम को लेकर विपक्ष की पार्टियां लगातार हमलावर हो रही है. वहीं हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सीएम योगी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी में हिटलर की रूह समां गयी है.बता दें कि यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में कांवड़ यात्रा मार्ग पर मौजूद दुकानदारों को अपने दुकान पर अपना नाम लिखना अनिवार्य किया गया है, ताकि कांवड़ियों को पता चल सके कि यह दुकान किसकी है और इसके मालिक कौन है. ओवैसी ने इस नए नियम को कानून के खिलाफ उल्लंघन बताया है.