इजराइल में बढ़ रही नेतन्याहू की मुश्किल, बंधकों की रिहाई को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन

बंधकों की रिहाई तक युद्ध रोकने की मांग

Israel Hamas War: हमास हमले के बाद इजराइल आतंकियों की कमर तोड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। जमीन से लेकर आसमान तक हमला बोलकर इजराइल ने अब तक कई हमास आतंकियों को नस्तानाबूद कर चुका है। इजराइल के हमले से गाजा तकरीबन बर्बाद हो चुका है। इजराइल के हमले का जहां मुस्लिम कंट्री विरोध कर रही है, वहीं हमास आतंकियों की गिरफ्त में आए इजराइलियों की छुड़ाने के लिए यहां लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बता दें कि हमास आतंकियों ने इजराइल पर हमला करने के साथ ही यह के लोगों को बंधक बना लिया था। बंधकों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। इजराइल को डराने के लिए आतंकियों ने कई बंधकों की हत्या कर दी है। वहीं युद्ध के लंबा खिंचता देख हमास आतंकियों से बंधकों को रिहा कराने की मांग बढ़ने लगी है।

तेल अवीव में सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे और रक्षा मंत्रालय के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पहले बंधकों को सुरक्षित वापस लाया जाए, फिर इजराइली सेना युद्ध लड़े। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इस्तीफा भी मांगा। तेल अवीव प्रदर्शनकारियों ने बातचीत में बताया कि सबसे पहले हमलों को रोकना चाहिए और इजराइली बंधकों को वापस लाना चाहिए। हमास ने बंधकों को छोड़ने की शर्त रखी है। इजराइली जेलों में 10 हजार से भी ज्यादा फिलिस्तीनी कैद हैं। इनमें पांच हजार लोग सिर्फ इसी ताजा युद्ध में गिरफ्तार किए गए हैं। तेल अवीव में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने से अगर हमास इजराइलियों को छोड़ देगा तो सरकार को ये शर्त मान लेनी चाहिए। सभी लोगों को छोड़ देना चाहिए और उनको सामान्य जीवन जीने का मौका देना चाहिए।