लखनऊ: परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने उन्नाव बस दुर्घटना मामले में सोमवार को कार्रवाई करते हुए बाराबंकी यात्री/मालकर अधिकारी रविचन्द्र त्यागी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उनको परिवहन आयुक्त मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है।
गौरतलब है कि 10 जुलाई उन्नाव जिले में बस और टैंकर के बीच हुई टक्कर में कई यात्रियों मौत हो गई थी, जबकि कुछ घायल हो गये थे। इस मामले में मुख्यालय स्तर से गठित तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि ये बस बिहार से कुशीनगर होते हुए गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, कानपुर आगरा, नोएडा व गाजियाबाद के रास्ते संचालित हो रही थी। बस एएसआई 119 के मानक के अनुरूप भी नहीं पाई गई। नेशनल वाहन पोर्टल से प्राप्त सूचना के अनुसार, रविचंद्र त्यागी द्वारा यात्रीकर अधिकारी के पद पर रहते हुए इस बस के सात चालान किए गए। मगर, उनके द्वारा वाहनों के प्रपत्रों की वैधता की समाप्ति के दृष्टिगत गंभीर विमर्श न करते हुए प्रवर्तन अधिकारी के रूप में दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी एवं पूर्ण मनोयोग से प्रवर्तन कार्य नहीं किए जाने के कारण वाहन का फिटनेस समाप्त होने के बावजूद वाहन को थाने में निरुद्ध न करके चालान करके जाने दिया गया।
कानपुर आरटीओ को सौंपी गई जांच
अगर रविचंद्र त्यागी ने बस को निरूद्ध किया होता तो यह घटना घटित होने से बचा जा सकता थी। ऐसे में जांच में पाया गया कि रविचन्द्र त्यागी द्वारा शासन एवं विभाग की मंशा अनुरूप प्रवर्तन कार्य नहीं किया गया है, जो उनके शासकीय कार्यों के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता को परिलक्षित कर रहा है। रविचन्द्र त्यागी के विरुद्ध संस्थित उक्त अनुशासनिक कार्यवाही में आरटीओ (ए) कानपुर को जांच अधिकारी नामित किया गया है, जो जांच प्रक्रिया पूर्ण कर रिपोर्ट एक माह के अंदर मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे।