किसानों के दुश्मन बन कर अब भिभीषण की भूमिका में नज़र आ रहे जयंत चौधरी: चौधरी सुनील सिंह

Chaudhary Sunil Singh: लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि देश का किसान अपना हक मागने के लिये जब दिल्ली कूच किया तो केंद्र और राज्य की सरकारें किसानों को रोकने के लिये आंसू गैस, लाठी चार्ज और गोली का बल पुर्वक प्रयोग कर घायल कर के लहू बहा दिया। यह साबित होता है कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। उन्होने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी को केंद्र सरकार ने जो भारत रत्न दिया है चौधरी साहब उस भारत रत्न से भी बहुत बड़े रत्न थे। जो गाँव की घास,फूस की मिट्टी में में जन्म लेकर गरीब व किसानों का तारणहार बने। गाँव व गरीब के लिये जीवन समर्पित करते हुये किसानों का मसीहा बने। उन्होने स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया। वे चौधरी चरण सिंह ही थे जिन्होने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे पहले आवाज बुलंद की और आह्वान किया था कि भ्रष्टाचार का अंत ही, देश को आगे ले जा सकता है। 1980 मे जिस लोक दल की स्थापना चौधरी चरण सिंह ने की थी उस विचारधारा को सहेज कर किसानों के हक हकूक की लड़ाई लड़ने का काम लोकदल कर रहा है।

जयंत चौधरी किसानों के भिभिषण

उन्होने कहा कि आज देश और विभिन्न राज्यो की सरकारें भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। जन हित की सरकारी योजनाएं वोट बैक को बचाने तक सिमट कर रह गई है। सत्तालोलुप आरएलडी के जयंत चौधरी सौदागर बन गए है। वे किसानो के दुश्मन बन कर अब भिभीषण की भूमिका में देखे जा रहे है। और जैन की पार्टी लोकल नहीं है अब नाम लेना बंद करें जैन जी आप जहां भी जाएं वहां चौधरी साहब की विचारधारा थी कि किसानों को आगे बढ़ाना ना कि किसानों के भविष्य पर संकट खड़ा करना आप नाती जरूर हैं लेकिन वारिस नहीं पत्रकार वार्ता में किसानों पर हो रहे अत्याचार पर भी उन्होंने कहा है कि किसानों के साथ सरकार फेल है सिंधु बॉर्डर मानव भारत पाकिस्तान का बॉर्डर बनकर रह गया है।

आज इस माहौल में यदि चौधरी साहब जीवित होते तो भारत रत्न लेने से मना कर देते सरकार को आधे आते हुए लेते हुए सिंह ने कहा है कि किसान को 6000 की खैरात नहीं उसका उसको हक चाहिए हक देने की सरकार गारंटी दे जिस दिन सरकार को गारंटी दे देगी उसे दिन किस उल्टा सरकार को ₹6000 देने में सक्षम हो जाएगा।