नयी दिल्ली: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तकनीकी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों की सहायता के लिए ‘सपोर्ट टू स्टूडेंट्स फॉर पार्टीसिपेटिंग इन कंपिटीशन अब्रोड (एआईसीटीई- एसएसपीसीए) योजना लांच की। इसका उद्देश्य भारतीय छात्रों के बीच वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीतारम ने योजना को लांच करते हुये कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया तेजी से आपस में कनेक्ट हो रही है, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने से छात्रों को कौशल वृद्धि, ज्ञान के आदान-प्रदान और सांस्कृतिक संवर्धन के अमूल्य अवसर मिलेंगे। ऐसे अनुभवों के महत्व को ध्यान में रखते हुये एआईसीटीई छात्रों को वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह योजना ऐसे छात्रों के लिए है जो व्यक्तिगत तौर पर अकेले या एक टीम के रूप में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक हैं। इसका उद्देश्य छात्रों के बीच अनुसंधान, नवाचार और प्रतिस्पर्धा की संस्कृति को बढ़ावा देना है। यह योजना प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करने के इच्छुक छात्रों को व्यापक सहायता प्रदान करेगी। इसमें वित्तीय सहायता, परामर्श और तार्किक मार्गदर्शन शामिल है। इस योजना के माध्यम से छात्रों को दुनिया भर के लोगों, इंडस्ट्री लीडर्स और शिक्षाविदों के साथ नेटवर्क बनाने का अवसर मिलेगा जिससे अंतर-सांस्कृतिक समझ और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना के तहत प्रति छात्र प्रतिपूर्ति के आधार पर 2 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसमें अंतर्राष्ट्रीय यात्रा, घरेलू यात्रा, पंजीकरण शुल्क, वीज़ा आवेदन शुल्क, लॉजिंग और बोर्डिंग, एयरपोर्ट टैक्स, ट्रैवल हैल्थ इन्शुरेंस और प्रतियोगिता से संबंधित उपकरण लेने पर आने वाली लागत शामिल है। योजना के तहत एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थान में डिप्लोमा, बी.ई/बी.टेक, इंटीग्रेटेड एम.टेक, एम.ई/एम.टेक, एमबीए, एमसीए और होटल प्रबंधन पाठ्यक्रमों के एक छात्र या छात्रों की टीम (एक टीम में न्यूनतम 2 और अधिकतम 6 प्रतिभागी) पात्र हैं।
योजना का लाभ एसएसपीसीए द्वारा प्रस्तावित श्रेणियों के तहत अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दिया जाएगा। श्रेणी ‘ए’ के तहत विदेश में होने वाली उन प्रसिद्ध प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति होगी जिनकी घोषणा एआईसीटीई विशेषज्ञ समिति द्वारा समय-समय पर की जाएगी। श्रेणी ‘बी’ में छात्रों को अपनी ओर से प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति है। यह योजना प्रतिभा को पोषित करने, उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए एआईसीटीई की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। ऐसी पहल से एआईसीटीई छात्रों को अपनी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने और पूरे गर्व के साथ राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए सशक्त बना रहा है। इसका उद्देश्य फ्युचर लीडर्स और नवप्रवर्तकों की एक जेनरेशन तैयार करना है जो वैश्विक समुदाय में सार्थक योगदान दे सकें।