अयोध्या: महज 9 दिन और… फिर देश-दुनिया उस पल का दीदार करेगी, जिसकी अभिलाषा 500 वर्षों से कई पीढ़ियां कर रही थीं। वह दिन आ गया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में इसे अद्वितीय, अविस्मरणीय बनाने में संस्कृति विभाग भी जुट गया है। 14 जनवरी से 24 मार्च तक यहां प्रदेश-देश व दुनिया के 5000 कलाकार एक तरफ जहां विभिन्न माटी की संस्कृतियों के सुरों की गंगा को प्रवाहित करेंगे तो वहीं इन 70 दिनों में 15 से अधिक देशों के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इस अवधि में उत्तर प्रदेश की 25 व अन्य प्रदेशों की 10 रामलीला मंडलियों की प्रस्तुतियां भी त्रेतायुग के वैभव का दीदार कराएंगी। वहीं प्राण-प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को 100 मंचों पर 2500 लोक कलाकार सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे।
रामनगरी में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से रामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। प्रधानमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत होगा। यहां 100 मंचों पर 2500 कलाकार भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे। 21 जनवरी को इसका पूर्वाभ्यास किया जाएगा। इसके अलावा अनेक स्थानों पर कलाकार भारतीय संस्कृति की खुशबू अपनी प्रस्तुति से बिखरेंगे।