थल, नभ और जल से अभेद्य हुई रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था

जमीन पर एटीएस, एसटीएफ और पुलिस बल की भारी भरकम फोर्स की गई तैनात

लखनऊ: सीएम योगी अयोध्या धाम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अति संवेदनशील हैं। ऐसे में धाम की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए योगी सरकार थल, नभ और जल से रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर रही है। इसके तहत मैनुअल एजेंसियों की तैनाती के साथ टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। योगी सरकार ने जहां धाम में एटीएस, एसटीएफ, पीएसी, यूपीएसएसएफ समेत यूपी पुलिस की भारी-भरकम फोर्स को तैनात किया है, वहीं टेक्नाेलॉजी के लिहाज से एआई, एंटी ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। वहीं सरयू नदी और घाटों पर एनडीआरएफ की टुकड़ी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही अयोध्या में मेहमानों की सुरक्षा के लिए बार कोडिंग का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।

अयोध्या आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके अलावा धाम की सुरक्षा को लेकर इसे दो जोन रेड और यलो में बांटा गया है। केंद्रीय एजेंसी में सीआरपीएफ, एनडीआरएफ भी तैनात की गई है। साथ ही इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ का भी सहयोग लिया जा रहा है। धाम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 100 से अधिक डीएसपी, लगभग 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षकों को तैनात किया गया है जबकि मुख्य समारोह से पहले पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11,000 जवान तैनात किये जाएंगे। वहीं वीआईपी सुरक्षा के लिए तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर के साथ एक हजार से ज्यादा कॉस्टेबल और 4 कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। आईजी ने बताया कि कार्यक्रम को देखते हुए और फोर्स को बढ़ाया जा रहा है। वहीं किसी भी स्थिति में चूक की कोई गुंजाइश न रहे इसके लिए सुरक्षा कार्य में लगी सभी एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय हो इस पर भी फोकस किया जा रहा है। चाक-चौबन्द रेल सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। जीआरपी को पर्याप्त संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाबल दिए गए हैं। धाम में तैनात फोर्स को श्रद्धालुओं और मेहमानों के साथ व्यवहार को लेकर बिहेवियर ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही श्रद्धालुओं को दर्शनीय स्थलों की जानकारी देने के लिए 250 पुलिस गाइड की तैनाती की गई है। इसके अलावा 14 जनवरी को डिजिटल टूरिस्ट एप को लांच किया जाएगा।