सरकारी एग्‍जाम में बैंककर्मी देता था भर्ती की गारंटी, 8-40 लाख रुपये में डील; हुआ गिरफ्तार  

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा और आरओ/एआरओ परीक्षा में भर्ती कराने का झांसा देने वाले एक बैंककर्मी को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विभिन्न भर्तियां कराने के नाम पर 8 लाख रुपये से 40 लाख रुपये की वसूली करता था। हरदोई के बैंक में क्लर्क जालसाज आशुतोष गुप्ता ने अपने सहयोगी की आईडी कार्ड चुराकर सिम खरीदा था।

आरोपी आशुतोष ने अभिजीत विसेन नाम के युवक की फोटो का इस्तेमाल कर एक ग्रुप बना लिया था और उसमें ही जाल में फंसे अभ्यर्थियों से चैट करने लगा था। इस दौरान ही कुछ लोगों ने उसकी इस साजिश को वायरल करना शुरू कर दिया तो अभिजीत का नाम सामने आने लगा। अभिजीत ने इस मामले में एफआईआर कराई तो एसटीएफ ने जांच शुरू की।

खुलासा होने पर एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी बलिया का रसड़ा निवासी आशुतोष कुमार गुप्ता है। वह लखनऊ में एल्डिको टाउन में रहता था। आशुतोष साल 2017 में बलिया से लखनऊ आकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने लगा था। साल 2018 में उसका चयन हरदोई के एक बैंक में हो गया। इसके बाद से उसने अभ्यर्थियों से वसूली करने का काम शुरू कर दिया। वह तैयारी करने वाले कई ग्रुप पर भी जुड़ा है।

आशुतोष ने सहयोगी कर्मचारी की आईडी चुराकर इससे ही एक सिम हरदोई में लिया। इस पर व्हाट्सएप चलाकर अभिजीत विसेन नाम के युवक की फोटो लगा ली। युवक के दो लाख से ज्यादा फॉलोवर, कई बड़े राजनेताओं के साथ फोटो सोशल मीडिया पर है। वह कई जगह खुद को अभिजीत, कई ग्रुप पर अभिजीत का करीबी बताकर अभ्यर्थियों से सिपाही भर्ती परीक्षा में चयन, समीक्षा अधिकारी की नौकरी दिलाने के नाम पर आठ से 40 लाख रुपये तक वसूलने लगा था। इस दौरान अभिजीत द्वारा पर्चा लीक कराने की बात वायरल होने लगी थी। अभिजीत को पता चला तो उन्होंने इंदिरा नगर में मुकदमा दर्ज करा दिया था। एसटीएफ की जांच में खेल खुल गया।