बस्ती: समाजवादी पार्टी कार्यालय पर मंगलवार को लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल को उनकी जयन्ती पर याद किया गया। सदर विधायक एवं सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने पटेल के जीवन वृत्त, योगदान पर प्रकाश डाला। सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत की 562 रियासतों का विलय करके अखंड भारत के निर्माण के लिए जो योगदान दिया उसके लिये उन्हें सदैव याद किया जायेगा।
विधायक अतुल चौधरी कविन्द्र, राजेन्द्र चौधरी के साथ ही श्रीपति सिंह, जावेद पिण्डारी, सुरेन्द्र सिंह छोटे, समीर चौधरी, मो. सलीम, मो. उमर, राजेन्द्र चौधरी, अरविन्द सोनकर आदि ने कहा कि 1947 में भारत को आजादी तो मिली लेकिन बिखरी हुई। देश में कुल 562 रियासतें थीं। अपनी कूटनीतिक क्षमता के बल पर पटेल ने इन्हें भारत में मिला लिया। इनमें जूनागढ़ रियासत के नवाब ने 1947 में पाकिस्तान के साथ जाने का फैसला किया था।
सपा नेता राम प्रकाश चौधरी, मो. स्वालेह, चन्द्रिका यादव आदि ने पटेल को नमन करते हुए कहा कि आजकल जिस उम्र में बच्चे गेजुएट हो जाते हैं, उस उम्र में सरदार बल्लभ भाई पटेल ने 10वीं की परीक्षा पास की थी। उनकी शिक्षा में सबसे ज्यादा रोड़े परिवार की आर्थिक तंगी ने अटकाए। इसके बावजूद उन्होंने जिलाधिकारी की परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए। रामशंकर निराला, अखिलेश यादव, जितेन्द्र यादव ने कहा कि सरदार पटेल वकालत पढ़ने के लिए इंग्लैंड गए वह भी 36 साल की उम्र में। शुरुआत में देर से पढ़ाई शुरू करने वाले सरदार पटेल ने 36 महीने के वकालत के कोर्स को महज 30 महीने में ही पूरा कर दिया। वे देश के महान नेता थे।