नई दिल्ली: विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से मंगलवार (31 अक्टूबर) को दावा किया गया कि उनके फोन में सरकार प्रायोजित हैकिंग से जुड़े चेतावनी संदेश आए हैं। इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि कांग्रेस में कई लोगों को ऐसे संदेश आए हैं, जिनमें केसी वेणुगोपा, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा शामिल हैं। भाजपा इस वक्त युवाओं का ध्यान भटकाने के प्रयास में है।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले मैं सोचता था कि सरकार में नंबर-1 प्रधानमंत्री हैं, दूसरे पर अदाणी और तीसरे पर अमित शाह हैं, लेकिन ये गलत है। सरकार में नंबर-1 अदाणी हैं, पीएम मोदी दूसरे नंबर पर हैं और अमित शाह तीसरे पर। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीति हमें समझ आ गई है। अदाणी जी बचकर नहीं निकल सकते। हमने अदाणी को ऐसा घेरा है कि वह बचकर नहीं निकल सकते, इसलिए ध्यान बंटाने की राजनीति हो रही है। कि देश की निगाह, विपक्ष की निगाह पिंजरे में बैठे हुए तोते की ओर न चली जाए।
राहुल गांधी बोले- हम डरने वाले नहीं हैं
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा कि जितनी टैपिंग करनी हो कर लो। मुझे फर्क नहीं पड़ता। अगर आपको मेरा फोन चाहिए तो मैं अपना फोन दे देता हूं आपको। कम लोग लड़ रहे हैं इसके खिलाफ। मगर, हम डरने वाले लोग नहीं हैं, लड़ने वाले लोग हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे।
इन नेताओं ने की फोन में हैकिंग की शिकायत
विपक्ष के कई नेताओं ने दावा किया कि उनके मोबाइल पर फोन निर्माताओं द्वारा एक संदेश भेजा गया है, जिसमें कहा गया कि उनके फोन में सरकार समर्थित हैकर्स द्वारा हैकिंग का प्रयास किया गया है। इन नेताओं में तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पवन खेड़ा, आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी शामिल हैं।