अहमदाबाद: लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी का खाता खुल गया है। सोमवार (22 अप्रैल) को सूरत में बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए हैं। प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसकी जानकारी दी। सूरत में कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो गया।
इसके अलावा इस सीट से बीएसपी के प्यारेलाला भारती ने अपना नामांकन वापस लिया। इसके बाद मैदान में कोई भी उम्मीदवार नहीं बचा था। ऐसे में भाजपा के मुकेश दलाल निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा था। बाकी सारे उम्मीदवारों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।
कांग्रेस ने लगाया गंभीर आरोप
वहीं, गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार को आरोप लगाया कि सूरत लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन फॉर्म बीजेपी के इशारे पर खारिज कर दिया गया, क्योंकि उसे चुनाव में हार का एहसास हो गया है। गोहिल ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। फॉर्म में प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में कथित विसंगतियों को लेकर पार्टी उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन फॉर्म रद्द करने के रिटर्निंग अधिकारी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगी।
कांग्रेस सूरत निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान से बाहर हो गई है। सूरत से प्रत्याशी सुरेश पडसाला का नामांकन फॉर्म भी अमान्य कर दिया गया। रिटर्निंग ऑफिसर सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभानी और पडसाला के जमा किए गए चार नामांकन फॉर्म प्रथम दृष्टया, प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में विसंगतियां पाए जाने और वास्तविक नहीं लगने के बाद खारिज कर दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुंभानी को धमकी देने की भी कोशिश की गई।
कांग्रेस ने बताया मैच फिक्सिंग
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे मैच फिक्स करार दिया है।
Democracy is under threat. Aap chronology samajhiye:
• Surat District Election Officer rejects @INCIndia’s candidate for Surat Lok Sabha, Nilesh Kumbhani’s nomination for “discrepancies in verification of signatures of three proposers”
• On similar grounds, officials reject… https://t.co/uEnLeCGOG7
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 22, 2024
प्रस्तावकों ने दिया हलफनामा- हमारे हस्ताक्षर नहीं
वहीं, निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक में उनके बहनोई, भागीदार और भांजे के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया था, लेकिन तीनों प्रस्तावकों ने चुनाव अधिकारी के सामने कल एफिडेविट कर कहा था कि निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके हस्ताक्षर नहीं है, जिसके बाद से तीनों प्रस्तावक गायब हो गए।
चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक उनके बहनोई जगदीश सावलिया, उनके भांजे ध्रुविन धामेलिया और भागीदार रमेश पोलरा के निवेदन का वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया था। प्रस्तावकों के दावे के बाद चुनाव अधिकारी ने जवाब देने के लिए कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी को एक दिन का वक्त दिया था। कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी अपने एडवोकेट के साथ चुनाव अधिकारी को जवाब देने पहुंचे थे, लेकिन तीन में से एक भी प्रस्तावक मौजूद नहीं रहे।