UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले यूपी की सियासत में इन दिनों जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही हैं. एक तरह जहां सपा-कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है तो वहीं, यूपी में इंडिया गठबंधन के विस्तार की भी चर्चा तेज़ हो गई है…. यह हम यूं ही नहीं कह रहे हैं…यह कहने की बड़ी वजह भी है…..
दरअसल, सपा मुखिया अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन से रूठे हुए साथियों को मनाने में जुट गए हैं। इसकी शुरुआत टीएमसी से हुई है। टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी और अखिलेश यादव की मुलाक़ात हुई है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक और जनसत्ता दल के अध्यक्ष राजा भैया से भी बात की है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में पल्लवी पटेल की अपना दल कमेरावादी पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य की नई पार्टी भी इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है. इसके पीछे यूपी कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे के बयान को बड़ी वजह माना जा रहा है. बीते दिनों उन्होंने कहा था कि हम कुछ छोटे दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं और उन्हें इंडिया गठबंधन में साथ रखेंगे.
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जोड़ने का प्रयास
लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष और कुंडा सीट से विधायक राजा भैया से मुलाक़ात की, जिसे लेकर यूपी की सियासत तेज़ हो गई है. इस मुलाक़ात को राज्यसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. जिस पर अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी बयान सामने आया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजा भैया से नरेश उत्तम पटेल की मुलाकात पर कहा कि, ‘प्रदेश अध्यक्ष जी इधर सभी लोगों से मिल रहे हैं, जिनकी इच्छा है समाजवादी पार्टी को वोट देने की और ये समय ऐसा होता है राज्यसभा का, जब बहुत से लोग वोट देना चाहते हैं.’ सपा अध्यक्ष के इस बयान के बाद क़यास लगाए जा रहे हैं कि राजा भैया राज्यसभा में सपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट कर सकते हैं. इसके साथ ही उनके इंडिया गठबंधन में शामिल होने की चर्चा है।
इंडिया गठबंधन के साथ आएंगे स्वामी प्रसाद मौर्य!
सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में पल्लवी पटेल की अपना दल कमेरावादी पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य भी नई पार्टी के गठन के बाद इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. सपा से नाराज़गी के बीच कांग्रेस पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य और पल्लवी पटेल को राहुल गांधी न्याय यात्रा में शामिल होने का न्योता भी दिया था. जिसे दोनों नेताओं ने स्वीकार किया था. हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य तो इस यात्रा में नहीं दिखे लेकिन जब राहुल गांधी वाराणसी पहुंचे थे तो अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल इस यात्रा में ज़रूर शामिल हुईं थी. तभी से मौर्य और पल्लवी पटेल की कांग्रेस की नजदीकी बढ़ने लगी है. अब जब स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी अलग पार्टी बनाने का एलान कर चुके हैं तो वो लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. यानि दूर रहकर भी स्वामी प्रसाद सपा से जुड़े रहेंगे।