डॉ. सोनेलाल पटेल की मौत का मुद्दा फिर उठा, पल्लवी पटेल ने की CBI जांच की मांग

डॉ. सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर प्रदर्शन कर की सीबीआई जांच की मांग

लखनऊ: अपना दल के संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर अपना दल (कमेरावादी) ने राजधानी सहित सभी जिलों में मंगलवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल और सपा विधायक पल्लवी पटेल सहित अन्य पदाधिकारियों ने हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर डॉ. सोनेलाल की मौत की CBI से जांच कराने की मांग की।

वहीं, कृष्णा पटेल ने साजिश के तहत उनकी हत्या कराने का आरोप भी लगाया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम भेजे गए ज्ञापन में कृष्णा पटेल को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई। कृष्णा पटेल ने आरोप लगाया कि सन् 1999 में तत्कालीन बीजेपी सरकार की शह पर प्रयागराज के पीडी टंडन पार्क में जनसभा के दौरान पति पर प्राणघातक हमला कराया गया। साल 2009 में साजिश के तहत उनकी हत्या करा दी गई।

डॉ. सोनेलाल पटेल की मौत का मुद्दा फिर उठा, पल्लवी पटेल ने की CBI जांच की मांग

बिना नाम लिए अनुप्रिया पटेल पर साधा निशाना

सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने कहा, सोनेलाल के नाम पर कुछ लोग खुद को उत्तराधिकारी बताकर सत्ता की मलाई काट रहे हैं, लेकिन उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या की जांच कराने के लिए एक बार भी केंद्र को पत्र तक नहीं लिखा। इस प्रदर्शन के दौरान बाबा रामाधार पटेल, डॉ. सीएल पटेल, राम सिंह, राम गोपाल पटेल, ज्ञान प्रकाश वर्मा, अली राजा उर्फ राजा घोसी, हमदान अहमद मौजूद रहे।

डॉ. सोनेलाल पटेल की मौत का मुद्दा फिर उठा, पल्लवी पटेल ने की CBI जांच की मांग

छोटी बहन अमन ने ही पल्‍लवी पर खड़े किए सवाल  

उधर, सोनेलाल पटेल की छोटी बेटी अमन ने पल्लवी पटेल के बयान पर पलटवार किया। अमन ने कहा कि बड़ी बहन सुर्खियों में रहने के लिए पिता की मौत पर राजनीति कर रही हैं। यदि पिता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि देनी थी तो वह भी परिनिर्वाण दिवस मनातीं, लेकिन उनके पास लोग ही नहीं जुटे। पिता की हादसे में मौत के समय पूरा परिवार साथ था। ICU के बाहर वह स्वयं थीं। अब CBI जांच की मांग करना दु:खद है। फिर उन्हें इतने वर्षों बाद जांच की चिंता क्यों हुई? पिता की संपत्ति पर चारों बच्चों का अधिकार है, लेकिन पल्लवी ने दो बेटियों को पूर्ण रूप से बेदखल कर अन्याय किया है। इसके लिए वह उच्च और सर्वोच्च न्यायालय तक गुहार लगाएंगी।