लखनऊ: गोंडा के तुलसी जन्मभूमि राजापुर एवं जम्बूद्वीप तीर्थ को अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में सम्मिलित करने का अभियान प्रारंभ प्राचीन पौराणिक अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा भगवान राम के समय से ही चली आ रही है। अयोध्या नगरी का दिव्य एवं भव्य सौंदर्यीकरण हो रहा है। भगवान श्री राम की पावन जन्मभूमि समग्र विश्व के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है, परंतु दुर्भाग्य की बात है कि अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा से कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने इन स्थानों को हटवा दिया है। इसके साथ ही अपने फायदे के लिए नया स्थान को जुड़वा दिया है, जिस पर आज तक कभी भी परिक्रमा नहीं थी।
प्रतिवर्ष देश-विदेश के श्रद्धालु भक्तगण, साधु संतों, शोधार्थियों और पर्यटकों के द्वारा परिक्रमा की जाती है। 9 लाख वर्षों से चली आ रही पुरातन अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में जम्बूद्वीप तीर्थ और तुलसी जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत गोंडा परिक्रमा में सम्मिलित था। यहां परिक्रमा के यात्रीगणों का पड़ाव और भोज भंडारा का कार्यक्रम होता था। गजट में प्रकाशित नया परिक्रमा मार्ग पर खंभे गड़ना शुरू हो गया है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए श्री तुलसी जन्मभूमि न्यास एवं सनातन धर्म परिषद ने अपने अभियान को तीव्र गति प्रदान कर दिया है।
-आरएल पाण्डेय की रिपोर्ट