नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (22 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने कहा कि पीएम हमारे मैनिफेस्टो को सही से समझ नहीं पाए हैं, उनसे मिलकर उन्हें मैनिफेस्टो समझाना है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी नेता कांग्रेस मैनिफेस्टो को मुस्लिम लीग का मैनिफेस्टो बता रहे हैं। वहीं, पीएम मोदी ने रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा और सोमवार को यूपी के अलीगढ़ में कहा कि कांग्रेस जनता की कमाई छीनकर ज्यादा बच्चे वालों को देना चाहती है। इसके बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मैनिफेस्टो की प्रतियां हमारे पार्टी नेताओं और लोकसभा प्रत्याशियों की तरफ से प्रधानमंत्री को भेजी जाएंगी। कांग्रेस ने ये भी कहा कि पार्टी चुनाव आयोग में एक लाख लोगों के दस्तखत कराकर एक याचिका भी दायर करेगी।
मोदी ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे- वेणुगोपाल
केसी वेणुगोपाल के अनुसार, प्रधानमंत्री ने जो कहा, वह हमारे मैनिफेस्टो में नहीं है। वे वोटों के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं। क्या चुनाव आयोग ने उन्हें (पीएम को) बात पर झूठ बोलने की अनुमति दी है। जब चुनाव आयोग हर बात पर हस्तक्षेप करता है तो इस मुद्दे पर खामोश क्यों है? आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में रैली की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हरेक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास कितना सोना-चांदी है, इसकी जांच की जाएंगी। ये संपत्ति सबको समान रूप से बांट दी जाएगी। क्या आपकी संपत्ति को सरकार को हैक करने का अधिकार है क्या? क्या आपकी मेहनत करके कमाई गई संपत्ति को सरकार को ऐंठने का अधिकार है?