स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक का टिकट मिल गया है। उनका मानना है कि पेरिस खेलों की तैयारी के लिए 50 किग्रा के सबसे निचले वर्ग में अपना वजन बनाए रखना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। विनेश फोगाट ने एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर में शानोदार प्रदर्शन करके लगातार तीसरी बार ओलंपिक कोटा देश को दिलाया है।
विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के विरोध के कारण लगभग डेढ़ साल तक नियमित अभ्यास और खेल से दूर रही। इस दौरान अंतिम समय में 53 किग्रा वर्ग में कोटा स्थान हासिल कर लिया। विनेश लंबे समय से इसी भार वर्ग में चुनौती पेश करती रही हैं। उनके पास ओलंपिक कोटा सुनिश्चित करने के लिए वजन वर्ग बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
50 किग्रा में वजन बरकरार रखना चुनौती
विनेश ने 50 किग्रा वर्ग में कोटा सुनिश्चित करने के बाद कहा, ‘मुझे अपने वजन का बेहतर तरीके से प्रबंधन करना होगा। मैंने इतने लंबे समय के बाद अपने वजन को कम कर 50 किग्रा तक किया है इसलिए मैं इसे जितना संभव हो उतना बनाए रखने की कोशिश करूंगी। मेरी मांसपेशियां मजबूत हैं, इससे मेरा वजन जल्दी बढ़ जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं कितनी फिट हूं, फिर भी मेरा वजन बढ़ता है। मैं सिर्फ अपना वजन नियंत्रित करना चाहती हूं। मेरे पास चार महीने बचे हैं और हर दिन बहुत महत्वपूर्ण है।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने वजन में बदलाव इसलिए किया क्योंकि मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। मैंने अपनी खुशी से ऐसा नहीं किया। मैंने 50 किग्रा वर्ग में अपने देश के लिए कोटा जीता। मुझे खुशी है कि मैं Paris Olympics में जा सकती हूं। मैं 50 किग्रा वर्ग में जाऊंगी या 53 किग्रा वर्ग में, यह ट्रायल में तय होगा, लेकिन जो भी हो, मैंने अपने देश के लिए कोटा जीता है।’