लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर और माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या का मामला एक बार फिर से चर्चा में है। साल 2018 में उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब इस केस से जुड़ी सीबीआई की चार्जशीट सामने आई है। मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में सीबीआई की चार्जशीट में कई अहम खुलासे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, मुन्ना बजरंगी को एक ही बोर के 3 अलग असलहों से गोली मारी गई थी।
मुन्ना बजरंगी को 7 गोलियां लगी थीं
सीबीआई की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि माफिया मुन्ना बजरंगी पर हमले के वक्त एक पिस्टल से 5, दूसरी पिस्टल से 3 और तीसरी पिस्टल से 2 गोली चलाई गई थीं। इनमें से मुन्ना बजरंगी को 7 गोलियां लगी थीं। सीबीआई को मौके से मिले 10 खोखे की जांच के बाद ये खुलासा हुआ है। सीबीआई ने CFSL दिल्ली के साथ हत्या वाली जगह का मुआयना किया था ।
4 असलहे बैरेक में थे
मुन्ना बजरंगी को एक गोली एक मीटर से भी कम दूरी से मारी गई थी। 4 गोली 1 मीटर से अधिक दूरी से मारी गई थी। एक गोली 10 सेंटीमीटर की दूरी से मारी गई थी। एक गोली मुन्ना बजरंगी को छूते हुए निकली थी। चार्जशीट में दावा किया गया है कि मुन्ना बजरंगी को मारने में इस्तेमाल किए गए 4 असलहे बैरेक में थे। 3 से गोली मारी गई तो वहीं, चौथे को घटना के बाद सुनील राठी ने फेंक दिया था।
बैरक में कौन-कौन मौजूद था?
हत्याकांड के वक्त सुनील राठी के साथ प्रविंद्र राठी, अरविंद राठी, ओमवीर राठी और बबलू तोमर नंबरदार भी बैरक में मौजूद थे। सीबीआई ने अपनी जांच में सुनील राठी को हत्यारोपी तो बताया लेकिन हत्या की वजह को अपनी जांच में सामने नहीं ला पाई। बीते 30 दिसंबर 2023 को गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने चार्जशीट का संज्ञान लेकर सीबीआई को गहराई से जांच कर हत्या की वजह तलाशने के लिए जांच के आदेश दिए थे।