हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को भीषण सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में दो होमगार्ड्स समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा गुरुग्राम में भी एक मस्जिद में देर रात को आग लगा दी गई, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और 2 लोग बुरी तरह जख्मी हैं। नूंह, फरीदाबाद और गुरुग्राम में प्रशासन सख्त हैं। इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है। इसके अलावा राजस्थान के भरतपुर जिले की भी 4 तहसीलों में इंटरनेट बंद किया गया है। इस बीच एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने हरियाणा सरकार के ऐक्शन पर सवाल उठाए हैं।
ओवैसी ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर ही पुलिस मोनू मानेसर को गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में भी 19 साल के मौलाना की गुरुग्राम में हत्या कर दी गई। ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ऐसा होने दिया गया है ताकि चुनाव में उसका फायदा मिले। जब एक आरोपी ने वीडियो डाला था और लोगों से जुटने की अपील की थी तो सरकार को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी। जुलूस में जनता के पास हथियार भी थे तो यह किसकी गलती है। कई बार ऐसी रैलियों में भड़काऊ गाने और नारे भी चलते हैं।
ओवैसी ने कहा कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड और वॉन्टेड मोनू मानेसर खुला घूम रहा है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उसने ही एक वीडियो शेयर किया था, जिससे यह आग लगी। इसके बाद भी वह खुला घूम रहा है। दरअसल कहा जा रहा है कि मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर हिंदू समुदाय के लोगों से अपील की थी कि वे नूंह जिले के मंदिरों में जुटें। इसी पर भगवा यात्रा निकाली गई थी। हालांकि हरियाणा की सरकार ने इन दावों से इनकार किया है। हरियाणा के होम मिनिस्टर अनिल विज ने कहा कि ऐसी सारी बातें गलत हैं।