लखनऊ: इंडियन सोशल जस्टिस मिशन ट्रस्ट की ओर से रविवार को संविधान दिवस के मौके पर संविधान संकल्प यात्रा निकाली गई। इस दौरान संविधान में आस्था रखने वाले लोगों ने मौलिक अधिकारों के संरक्षण का संकल्प लिया। साथ ही संविधान विरोधी बयानों की कड़ी निंदा करते हुए संविधान को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान भी किया। संविधान संकल्प यात्रा आशियाना स्थित महाराजा बिजली पासी किला से होकर कैंट के रास्ते हजरतगंज स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर आकर समाप्त हुई।
हजरतगंज में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद इंडियन सोशल जस्टिस मिशन ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्मवीर आजाद ने कहा कि संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। एक बड़ा वर्ग आज भी अपने मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं है। हमारी कोशिश है कि देश के सभी शोषित वंचित लोगों को मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाए। किसके लिए कई संगठनों में मिलकर एक महासंघ भी बनाया है। यह महासंघ पूरे उत्तर प्रदेश में घर-घर जाकर लोगों को संविधान में दिए मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक करेगा।
उन्होंने कहा कि देश विरोधी सोच के लोग आए दिन संविधान पर टीका टिप्पणी करते हैं। ऐसे लोगों पर संविधान सम्मत कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष ने भी संविधान विरोधी वक्तव्य दिया था। ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा खुद उनके पद से हटाते हुए कानूनी कार्रवाई करवानी चाहिए। कर्मवीर आजाद ने कहा कि संविधान बदलने की बात करने वाले बिवेक देबराय के खिलाफ उन्होंने फिर दर्ज कराई है। इसी तरह जो भी संविधान विरोधी और देश विरोधी बात करेगा उसके खिलाफ हमारा महासंघ कार्रवाई करेगा। संविधान संकल्प रैली में सैकड़ो लोगों ने भाग लिया।