Bareilly News: सुन्नी सूफी बरेलवी मुसलमानों का बड़ा संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि इस्लाम मज़हब और पैगम्बरे इस्लाम ने पूरी दुनिया को अमन व शांति की शिक्षा दी है और अपने अनुयायियों को इन्सान के एहतराम करने को हिदायत दी है। पैग़म्बरे इस्लाम ने दुनिया के सामने जो पैगम दिया वो सारी इंसानी बिरादरी (मानवता) के लिए जन कल्याण का एक खास रास्ता है, जो इंसानी तबका चाहे उनके दीन को मानता हो या न मानता हो वो सबके लिए है। उन्होंने इंसानों के दरमियान भाई चारा और बराबरी का आपसी रिश्त यकजहती का पैगाम देते हुए कुरआन में बताया कि “खुदा ने तुम्हें एक ही जान से पैदा किया है, फिर उससे उसका जोड़ा पैदा किया और उन दोनों से बहुत से मर्दों और औरतों को दुनिया में फैला दिया।”
मौलाना ने आगे बताया कि आज के तरक्की के दौर में “इंसानी क्लचर की बुनियाद इस कानून पर कायम है उसकी सबसे पहली दफा ये है कि इंसान और उसका खून एहतराम के लायक़ है।” लेकिन आज के समय में बिगड़े हुए समाज को पढ़ाने की जरूरत है कि मज़हब इंसान को इंसान के खून का प्यासा न बने, एक इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल है। पैग़म्बरे इस्लाम ने दुनिया को खुदा का पैगाम पहुंचाया। औरतों और बच्चों, बूढ़ों और जानवरों पर अत्याचार करने से भी सख्त मना किया। कुरआन में है कि “जिस किसी ने किसी की जान ली हो या जमीन पर फसाद किया हो तो गोया उसने तमाम इंसानों का खून किया, और जिसने किसी की जान बचा ली तो गोया उसने तमाम इंसानों को बचाया।”
मौलाना ने कहा इस्लाम में निर्दोष लोगों की जान गंवाना सख्त वर्जित है। निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए यह युद्ध बंद होना चाहिए। यह युद्ध का युग नहीं है। शांतिपूर्ण बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। मुसलमान होने के नाते, हमें मुस्लिम लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए, चाहे मुस्लिम हो या नहीं, मानव जीवन खुदा को बहुत प्रिय है और हत्याएं हमें खुदा का अनुग्रह नहीं देंगी।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने आंखों कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र, भारत सरकार और अन्य अंतरराष्ट्रीय शक्तियों से तुरंत हस्तक्षेप करने और शत्रुता को रोकने की अपील करते हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिलीस्तीन और इसराइल की जंग बंदी के लिए पहल करें, उनकी पहल के अच्छे परिणाम सामने आएंगे। चुकी फिलीस्तीन और भारत के बहुत घनिष्ठ रिश्ते रहे हैं, फिलीस्तीन के पूर्व राष्ट्रपति यासिर अरफात भारत के राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी के भक्त थे और वो इनको अपना आईडीएल मानते थे।