नई दिल्ली: कांग्रेस के छह अयोग्य घोषित बागी और तीन निर्दलीय विधायकों ने शनिवार (23 मार्च) को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। इन्हें बीजेपी में शामिल करते समय केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्हें भाजपा के पटके पहनाए गए और सदस्यता पत्र भी थमाए गए।
इससे पहले तीनों निर्दलियों ने शुक्रवार को ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे दिए थे। उसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उन्हें लेकर नई दिल्ली चले गए थे। कांग्रेस के छह बागी पहले से ही नई दिल्ली में थे।
इन्होंने थामा भाजपा का दामन
आज छह अयोग्य घोषित विधायक धर्मशाला से सुधीर शर्मा, लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो, सुजानपुर से राजेंद्र राणा और गगरेट से चैतन्य शर्मा भी भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद तीन निर्दलीय विधायक हमीरपुर से आशीष शर्मा, देहरा से होशियार सिंह और नालागढ़ से केएल ठाकुर भाजपा में शामिल हुए।
#WATCH | Six rebel MLAs of Himachal Pradesh- Sudhir Sharma, Ravi Thakur, Inder Dutt Lakhanpal, Devendra Bhutto, Rajendra Rana, and Chaitanya Sharma, join BJP in the presence of Himachal Pradesh BJP President Rajiv Bindal and Union Minister Anurag Thakur. pic.twitter.com/IftAl6U1T5
— ANI (@ANI) March 23, 2024
इन छह विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित किया था। इन्होंने अध्यक्ष के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी है। हालांकि, अपनी याचिका वापस लेने के लिए इन्होंने आवेदन भी कर दिया है। कांग्रेस के छह बागियों और तीन निर्दलीय विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दिया था।
#WATCH हिमाचल प्रदेश के 3 निर्दलीय विधायक- आशीष शर्मा, के.एल. ठाकुर और होशियार सिंह हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। pic.twitter.com/iTfPbtSEGP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2024
हिमाचल विधानसभा में अब रह जाएंगे 59 विधायक
साल 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद 68 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 थे, जबकि बीजेपी के पास 25 विधायक थे। तीन सीटों पर निर्दलियों का कब्जा रहा। वित्त विधेयक पारित करते समय व्हिप जारी करने के बावजूद सदन में मौजूद न होने पर कांग्रेस के छह विधायक अयोग्य घोषित किए गए थे। अब निर्दलियों ने भी अपने पदों से इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे मंजूर होने के बाद नौ विधायकों के कम होने के बाद विधानसभा में 59 विधायक रह जाएंगे।