मॉस्को: मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल पर हुए आतंकी हमले में मृतकों की संख्या 143 हो गई है। हमले के करीब 24 घंटे के बाद शनिवार (23 मार्च) को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने रविवार (24 मार्च) को देश में राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने का प्रयास किया। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि हमारे दुश्मन हमें बांट नहीं सकते। रूस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 4 हमलावर हैं और 7 लोग उनकी मदद करने वाले बताए गए हैं। RT इंडिया की रिपोर्ट अनुसार, रूस के सिक्योरिटी सर्विस के चीफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया है कि चार संदिग्ध सफेद रंग की कार में भागने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रूस-यूक्रेन बॉर्डर से पकड़ा गया। सभी को मॉस्को ले जाया जा रहा है।
हमलावरों के लिए हॉल में छिपाए गए थे हथियार
रूसी मीडिया हाउस RT की रिपोर्ट के अनुसार, जांच एजेंसियों ने बताया है कि आतंकी हमला पूरी प्लानिंग के साथ हुआ। हमलावरों के लिए पहले से ही क्रोकस सिटी हॉल में हथियार छिपाकर रखे हुए थे। जांच अभी जारी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक कथित हमलावर अपना गुनाह कबूल कर रहा है। वो पूरी प्लानिंग के बारे में बता रहा है। हमलावर इस योजना के साथ आए थे कि वो हमला कर यूक्रेन की तरफ भागेंगे। 3 हमलावरों को तस्वीर भी जारी की गई है।
ISIS-K ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमला शुक्रवार रात (22 मार्च) को हुआ और इसकी जिम्मेदारी ISIS-K ने ली है। सेना जैसी वर्दी पहने चार आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, बम फेंके और फरार हो गए। पहले आतंकियों की संख्या पांच बताई गई थी। सुबह हमले में 140 से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई थी।
इधर, रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस खून का बदला खून से लेगा। आतंकवादी सिर्फ आतंक की भाषा ही समझते हैं। जब तक बल का मुकाबला बल से नहीं किया जाता और आतंकवादियों की मौत के साथ-साथ उनके परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक किसी भी जांच का कोई मतलब नहीं।