अखंड भारत के विभाजन की विभीषिका मानवता पर कलंक: एके शर्मा

अंग्रेजों की टू नेशन थ्योरी और पं. जवाहरलाल नेहरू तथा मो. अली जिन्ना की व्यक्तिगत कुंठा और उनके निजी हितों ने देश को बर्बाद कर दिया

आज़मगढ़: अखंड भारत के विभाजन की विभीषिका मानवता पर कलंक है। देश की आजादी के पहले 14 अगस्त को हुई विभीषिका के दौरान लाखों महिलाएं, बच्चे, बुजुर्गों पर अत्याचार हुआ, उनकी नृशंश हत्या की गई। हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों ने अखंड भारत के जो सपना देखा था उसको गहरा आघात लगा। अंग्रेजों की टू नेशन थिअरी और पंडित जवाहरलाल नेहरू तथा मोहम्मद अली जिन्ना की व्यक्तिगत कुंठा और उनके निजी हितों ने इस देश को बर्बाद कर दिया। कांग्रेस की स्वार्थ पूर्ण नीति और  राजनीति सफल हुई, देश का बंटवारा हो गया। तभी से हमारा देश कभी पाकिस्तान से कभी बांग्लादेश से उत्पन्न समस्याओं से लड़ रहा है। अंग्रेजों ने यहां हिंदू मुस्लिम की जो खाई पैदा की उसका दंश हम अभी तक भोग रहे। कांग्रेस द्वारा जो विष बेल बोई गई उससे उत्पन्न हुई विभाजन के विभीषिका की त्रासदी मानव इतिहास में काला धब्बा है।

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में बोले मंत्री

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा बुधवार को जनपद आजमगढ़ पहुंचकर वहां मिशन अस्पताल एवं कॉलेज हरबंशपुर के हाल में तथा लालगंज के शगुन मैरिज हॉल में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित दोनो संगोष्ठियों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में भारत देश बहुत ही शक्तिशाली और दिव्य देश रहा। यहां की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति से पूरी दुनिया अचंभित थी। आज से 5000 वर्ष पहले अखंड भारत की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया की एक चौथाई थी। ब्रिटिश अर्थशास्त्री एंग्स मेडिसिन ने भी कहा है कि 500 वर्ष 17वीं एवं 18वीं शताब्दी में भारत की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया की 19 से 20 प्रतिशत थी। विदेशी आक्रांताओं, मुगलों और अंग्रेजों ने यहां के धन संपदा, वैभव को लूटा। अंग्रेज भारत देश को औद्योगिक विहीन कर यहां से कच्चा माल ले जाकर यूरोप में औद्योगिक क्रांति कर रहे थे। अंग्रेजों की लूट के कारण आजादी के समय हमारे देश की अर्थव्यवस्था ढाई से तीन प्रतिशत हो गई।

ए.के. शर्मा ने कहा की कांग्रेस की डिवाइड एंड रूल नीति से आजादी के 65 सालों तक देश के विकास की सुध नहीं ली गई और इन वर्षों में हमारे देश की अर्थव्यवस्था ढाई से तीन प्रतिशत की वैश्विक जीडीपी पर ही स्थिर रहा। कांग्रेस ने गरीबों को बकरी और मुर्गी देकर 65 वर्ष तक शासन किया। अब उन्हीं गरीबों को माननीय प्रधानमंत्री जी पक्का मकान, गैस सिलेंडर देकर उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ रहे। देश का हर नागरिक समृद्ध हो मोदी जी की यही मंशा है। मोदी जी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और अमर शहीदों के सपनों के भारत को आकर मिल रहा और वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अखण्ड भारत के निर्माण के लिए विभाजन की इस त्रासदी को स्मृति दिवस के रुप में मनाने का निश्चय किया, जिससे देश में नागरिकों को पता चले की कितनी मुश्किलों का सामना करने और असंख्य बलिदान देने के बाद देश को आजादी मिली। इस आजादी को बनाए रखने के लिए हमें हमेशा अपना सर्वस्व बलिदान देने के लिए तैयार रहना चाहिए।