पश्चिम बंगाल में राज्यपाल बनाम तृणमूल कांग्रेस सरकार का दूसरा अध्याय शुरू होता नजर आ रहा है। खबर है कि राज्य सरकार अब राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। खास बात है कि इस बार भी मामला राज्य के विश्वविद्यालयों से जुड़ा ही है। मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं। उस दौरान भी विश्वविद्यालयों के मुद्दों को लेकर खींचतान होती रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने सोमवार को राज्यपाल के खिलाफ एससी का रुख करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बोस पर राज्य की व्यवस्था में दखल देने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘यह राजभवन की तरफ से अभूतपूर्व हस्तक्षेप है। हम यहां सम्मेलन की तैयारी करने जा रहे हैं, जहां देशभर से लोग आकर इस मुद्दे पर बात करेंगे।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘हम इस दखल को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अपील कर सकते हैं।’
उन्होंने राज्य के विपक्ष से भी सरकार के साथ खड़े होने की अपील की है। उन्होंने साल 1984-87 के बीच कलकत्ता यूनिवर्सिटी के कुलपति रहे संतोष भट्टाचार्य के कार्यकाल का हवाला देकर कह कि हम वाम दलों के शासन की तरह स्थिति नहीं चाहते।