बारूद के धमाके में उड़ा दो मंजिला मकान, मां-बेटे की हुई मौत

बदायूं: जनपद के इस्लामनगर कस्बे में सोमवार (1 अप्रैल) को लगभग सवा तीन बजे आतिशबाजी में तेज धमाका हुआ। इससे दो मंजिला मकान धराशायी हो गया और आग लग गई। पटाखे जले तो कई धमाके हुए, जिससे दहशत फैल गई। मकान में मौजूद आतिशबाज की पत्नी, बेटा और दो बेटियां मलबे में दब गईं। धमाका इतनी तेज था कि आस-पास के रहने वाले चीखते हुए घरों से निकालकर भागे। जब बारूद के धमाके थमे तो बचाव कार्य शुरू हुआ। हादसे में आतिशबाज की पत्नी और बेटे की मौत हो गई। दोनों बेटियां घायल हुई हैं। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस्लामनगर कस्बा निवासी अख्तर का सड़क किनारे दो मंजिला मकान था। वह मकान के बाहरी हिस्से में गोल्डनइवेंट नाम से दुकान चलाता था। मकान में ही आतिशबाजी का भंडारण किया गया था। अख्तर सोमवार को कस्बे से बाहर गया था। उसकी पत्नी सलामत बेगम (35), बेटी अर्फी (7), तमन्ना (3) और बेटा तैमूर (5) घर पर थे। घर के अंदर आतिशबाजी बनाने को भारी मात्रा में बारूद रखी थी। दोपहर को सवा तीन बजे अचानक दुकान में रखी आतिशबाजी में तेज धमाका हो गया। धमाके के साथ दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

मौके पर बुलाई गईं तीन एम्बुलेंस

सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने लोगों के साथ मलबे को हटाकर बचाव कार्य शुरू किया। एसडीएम बिल्सी प्रवर्धन शर्मा और सीओ सुशील कुमार ने मौके पर पहुंचे, तब पता लगा कि आतिशबाज का परिवार दबा है। पांच जेसीबी मंगाईं गईं और मलबा हटाने में लोग जुटे। तीन एंबुलेंस को मौके पर बुलाया गया। डॉक्टरों की टीम के साथ एंबुलेंस पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद अर्फी और तमन्ना को निकाला गया। बाद में सलामत बेगम को निकाला गया और एंबुलेंस से सीएचसी भेजा गया, लेकिन वहां पहुंचाने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।