भुवनेश्वर: पेरिस ओलंपिक खेलों की शुरुआत 26 जुलाई से होगी। भुवनेश्वर में मौजूद कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के 12 प्रतिभावान खिलाड़ी इसमें हिस्सा लेंगे। कीट देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जो भारत के सभी विश्वविद्यालयों में एथलीटों का सबसे बड़ा दल भेज रहा है। पेरिस जा रहे प्रत्येक एथलीट को 7-7 लाख रुपये देने की घोषणा की है, जिससे वो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर सकें।
कीट के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने बताया कि जिन एथलीटों ने उनको यहां से क्वालीफाई किया है, उनमें पुरुष हॉकी में अमित रोहिदास, भाला फेंक में किशोर कुमार जेना, 3000 मीटर स्टीपलचेज और 5000 मीटर में पारुल चौधरी, 20 किमी रेस वॉक और मैराथन रेस वॉक मिक्स्ड रिले में प्रियंका, जेवलिन थ्रो में अन्नू रानी, 100 मीटर बाधा दौड़ में ज्योति याराजी, शॉटपुट में तजिंदरपाल सिंह तूर, शॉटपुट में आभा खटुआ, 4×400 मीटर रिले रेस में प्राची, 5000 मीटर में अंकिता, 20 किमी रेस वॉक में परमजीत सिंह बिष्ट और मैराथन रेस वॉक मिक्स्ड रिले टीम में सूरज पंवार शामिल हैं।
कीट संस्थापक ने कही ये बात
डॉ. अच्युत सामंत ने कहा कि कीट भारत का पहला ऐसा संगठन है, जिसने सबसे अधिक खिलाड़ियों को ओलंपिक में भेजा है। उन्होंने यह भी बताया कि कीट ने 20 ओलंपियन और 2 पैरालिंपियन पहले ही तैयार किए हैं, जिन्होंने 2016 रियो ओलंपिक, 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। अब खिलाड़ी 2024 पेरिस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने कहा कि कीट को 7 अर्जुन पुरस्कार विजेताओं पर गर्व है।
डॉ. सामंत ने भुवनेश्वर में एक विशेष कार्यक्रम में गौरवान्वित दल को बधाई दी। सभी 12 खिलाड़ी जो वर्तमान में यूरोप के विभिन्न देशों में विभिन्न कैम्प में हैं, कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर सरनजीत सिंह, कुलपति, कीट डीम्ड विश्वविद्यालय प्रोफेसर ज्ञान रंजन मोहंती, कुलसचिव, कीट डीम्ड विश्वविद्यालय,संजय कुमार गार्नाईक, मुख्य एथलेटिक कोच और डॉ. गगनेंदु दाश, महानिदेशक, खेल एवं योग, कीट डीम्ड विश्वविद्यालय भी उपस्थित थे।