प्रतियोगिताओं में 158 छात्र-छात्राओं ने किया प्रतिभाग

मुख्य विकास अधिकारी चिकित्सालय का किया भ्रमण

बरेली: आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा निर्देशित अष्टम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस-2023 समारोह के अर्न्तगत एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कालेज बरेली द्वारा आयुष-प्रमोद- 2023 में शुक्रवार को नेचर फेस्ट प्रदर्शनी एवं हेल्थ इन ए बाउल सेहत का कटोरा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में 158 छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी जगप्रवेश ने सर्वप्रथम चिकित्सालय का भ्रमण किया। चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। चिकित्सालय में संचालित ओपीडी एवं आईपीडी के साथ ही डेन्टल ओपीडी का दौरा कर, पंचकर्म, ओटी, पैथोलॉजी के द्वारा रोगियों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं का निरीक्षण कर चिकित्सकों की सराहना की। जगप्रवेश एवं प्राचार्य एवं अधीक्षक प्रो डीके मौर्य ने सर्वप्रथम धन्वंतरि भगवान को माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

प्राचार्य एवं अधीक्षक प्रो डीके मौर्य द्वारा पुष्प-गुच्छ देकर स्वागत किया गया। जगप्रवेश ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्धारित अष्टम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के विषय ’’हर दिन हर किसी के लिये आयुर्वेद’’ को आयोजित कार्यक्रमों के द्वारा जनमानस तक पहुंचाने के लिये छात्रों एवं चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया एवं सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें आयुर्वेद को लोगों तक अभी और पहुंचाना है और उसके लिये हमें और अधिक प्रयत्न करने चाहिये, जिससे लोगों के रोज के रहन सहन , सुबह के खाने से लेकर रात के खाने तक पथ्य और अपथ्य का पालन करें, और स्वस्थ रहें। प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र एवं छात्राओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया। अतं में आयोजित कराई गयी हेल्थ इन ए बाउल (सेहत का कटोरा) प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा तैयार किये गये आयुर्वेदिक व्यंजन का निरीक्षण किया।

प्रथम स्थान पर 2019 बैच के अमन कौल एवं अभिनेष द्वारा तैयार किया गया चुकंदर का हलवा जिसको चुकन्दर, दूध, गौ घृत, सूखे मेवे काजू, बादाम, किसमिस, छोटी इलायची, नारियल बुरादा से छात्रों ने तैयार किया एवं द्वितीय स्थान पर 2019 बैच की शिवप्रिया चतुर्वेदी एवं बैच 2021 की शालीन स्मॉली द्वारा सूजी, दही, पालक, चुकन्दर, गाजर, शिमला मिर्च, हरी मिर्च मोटी एवं छोटी, प्याज, टमाटर, सेंधा नमक से तैयार अप्पे व्यंजन को दूसरा स्थान मिलां। रागी की पंजीरी को रागी, घी, मिश्री एवं सूखे मेवे काजू, बादाम आदि से तैयार किया जिसके स्वाद की सराहाना की, ये व्यंजन स्वास्थ्यवर्धक एवं स्वाद में बडे उत्तम हैं। छात्रों द्वारा तैयार आयुर्वेदिक व्यंजन जोे स्वाद में लाजवाब साबित हुए जैसे बाजरे का उपमा, चिया सीड पुडिंग, ऐलॉ वेरा का हलवा, तलबिना, चावल की कांजी, चिक पी फलॉर लडडू, अश्वगंधा- आवंला के लडडू, पान के लडडू, लौकी के चीले, रागी के आटे का ब्राउनी। प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में प्रो सुनीति चौधरी, डा अनिल कुमार एवं नितिन शर्मा रहे। कार्यकम का संचालन डॉ शान्तुल गुप्ता द्वारा किया गया। कार्यक्रमों में प्रो रीता गुप्ता, प्रो देवकी नन्दन शर्मा, डा दीपशिखा जोशी, डा आभा द्विवेदी, डॉ संतोष कुमार, डॉ अतुल कुमार, डॉ अरुणेन्द्र कुमार, डा रिंकी, डा मधु, डा दीपक कुमार, डा जितेन्द्र आदि एवं संस्था के समस्त छात्र छात्रा उपस्थित रहे।