हाथरस: होली पर पिता और उनके दो बेटों ने रंग के बजाय खून की होली खेलने की साजिश रची। होली वाली रात यानी सोमवार रात पिता और बेटों ने छप्पर के नीचे सो रहे पति-पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने मामले में पिता और एक बेटे को हिरासत में ले लिया है।
सिकंद्राराऊ कोतवाली के गांव पोरा के बाहर 25 मार्च की रात 45 वर्षीय बॉबी पुत्र महावीर व 36 वर्षीय उनकी पत्नी सुनीता अपने खेत में बने मकान के बाहर छप्पर में चारपाई पर सो रहे थे। रात करीब 10:30 बजे गांव निवासी नन्नू पुत्र देवीलाल एवं उसके दो बेटे राजकुमार एवं रामू कुल्हाड़ी-डंडे लेकर छप्पर में आ गए। तीनों ने सोते हुए बॉबी के ऊपर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार किया, जिससे उसकी मौके पर मृत्यु हो गई। पास में सोई पत्नी सुनीता जान बचाने के लिए भागी तो 20 मीटर दूर उसे पगडंडी पर गिराकर कुल्हाड़ी से काट दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
ये थी वजह
बताया जाता है कि बॉबी ने मकान में ही गुटखा-तंबाकू की दुकान खोल रखी थी। 25 मार्च की दोपहर उसका नन्नू से किसी बात पर झगड़ा एवं मारपीट हो गई थी। नन्नू को भट्टे पर काम रहे मजदूरों ने बचाया। रात होते ही नन्नू के सिर पर खून सवार हो गया और उसने अपने दो बेटों के साथ पति-पत्नी की निर्मम हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया।
हाथरस एसपी निपुण अग्रवाल ने कहा कि 25 मार्च की देर रात्रि में थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पोरा निवासी बौबी व उसकी पत्नी की पास में भट्टे पर काम करने वाले आरोपी नन्नू व उसके बेटों ने हत्या कर दी है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक हाथरस व थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। फील्ड यूनिट टीम द्वारा भी मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। घटना के संबंध में थाना सिकन्द्राराऊ में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त नन्नू व उसके पुत्र रामू को हिरासत में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।