UP Budget 2024: योगी सरकार ने वित्तवर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश कर दिया है। बजट में वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने प्रदेश के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की योजनाओं की घोषणा की है। बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर भी फोकस किया गया है, इसमें नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने, असाध्य रोगों के इलाज के लिए 125 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई है।
वित्त मंत्री ने सरकारी कार्यों के लेखा-जोखा पेश करते हुए बताया, राज्य में एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) लंबे समय से बड़ी समस्या बनी हुई थी, इसमें पिछले कुछ वर्षों में विशेष सुधार हुआ है। एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोंम (AIS) रोगियों में 76 फीसदी, मृत्युदर में 98 फीसदी की कमी आई है, जबकि जापानी एन्सेफलाइटिस के रोगियों में 85 फीसदी, मृत्युदर में 96 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। एन्सेफलाइटिस, बच्चों में मृ्त्यु का प्रमुख कारण रही है।
जानिए क्या है जापानी एन्सेफलाइटिस
जापानी एन्सेफलाइटिस, मच्छर जनित वायरल संक्रमण है। यह एशिया में वायरल एन्सेफलाइटिस का प्रमुख कारण है। वायरस से संक्रमित मच्छरों के काटने से इसके इंसानों में फैलाने का खतरा हो सकता है। ये वायरस घोड़ों और सूअरों के को भी संक्रमित कर सकता है। बच्चों में जापानी एन्सेफलाइटिस विकसित होने का खतरा अधिक देखा जाता रहा है। जापानी एन्सेफलाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को केवल बुखार और सिरदर्द हो सकता है, लेकिन अगर समय रहते इसकी पहचान या इलाज न की जाए तो रोग के गंभीर और घातक रूप लेना का खतरा अधिक हो सकता है।
एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोंम क्या है?
एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) मुख्य रूप से बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है, इसके कारण हर साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। एईएस के कारण रोगी में तीव्र बुखार की समस्या के साथ कई प्रकार की न्यूरोलॉजिकल समस्याओं जैसे मानसिक भ्रम या कोमा खतरा हो सकता है। वायरल एन्सेफलाइटिस के अलावा, लेप्टोस्पायरोसिस और टॉक्सोप्लाज्मोसिस का गंभीर रूप एईएस का कारण बन सकता है।