अमेठी हत्याकांड पर बोली मायावती ,सर्कार से सख्त कदम उठाने की करी मांग

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब सक्रिय हैं. शुक्रवार सुबह ही मायावती ने एक-एक कर तीन पोस्ट की हैं. यह तीनों पोस्ट अलग-अलग परिप्रेक्ष्य में की गई हैं. पहली पोस्ट अमेठी जिले में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से जुड़ा है. दूसरी देश की जेलों में कैदियों से जाति के आधार पर भेदभाव को लेकर है और तीसरी पोस्ट हरियाणा विधानसभा चुनाव से संबंधित है.

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेठी की घटना को लेकर पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गई निर्मम हत्या अति दुखद व चिंताजनक घटना है. सरकार दोषियों व वहां के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जिससे अपराधी बेखौफ न रहें. बता दें कि अमेठी में पति-पत्नी समेत दो मासूमों के भी हत्या कर दी गई, इससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं कि मामले में जो भी दोषी हों उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.

इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के मुखिया ने देश की जेल में हो रहे जातीय भेदभाव पर निशाना साधते हुए पोस्ट की है कि देश की जेलों में भी क्रूर जातिवादी भेदभाव के तहत कैदियों से जातियों के आधार पर उनमें काम का बंटवारा करने को अनुचित व असंवैधानिक करार दिया है, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बहुजन समाज पार्टी भरपूर स्वागत करती है. इस व्यवस्था में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अब जरूरी बदलाव होना चाहिए. मायावती ने कहा है कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के जाति विहीन मानवतावादी व धर्मनिरपेक्ष संविधान वाले देश में इस प्रकार की जातिवादी व्यवस्था का जारी रहना यह साबित करता है कि सरकारों का रवैया संवैधानिक न होकर लगातार जातिवादी है. मजलूमों के लिए अब सत्ता प्राप्त करना जरूरी है.

इसके अलावा मायावती ने हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भी पोस्ट किया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में हो रहा विधानसभा आम चुनाव बीएसपी और इंडियन नेशनल लोकदल गठबंधन पूरी मजबूती एकजुट और दमदारी के साथ लड़ रहा है. भाजपा व कांग्रेस का खासकर एससी, एसटी में ओबीसी आरक्षण और किसान व जनविरोधी चेहरा बेनकाब करने से उसमें बेचैनी और परेशानी स्वाभाविक है. मायावती ने कहा है कि वैसे गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की उपेक्षा जैसे मुद्दों को इस चुनाव में हावी रहने से स्पष्ट है कि लोग भाजपा और कांग्रेस की गलत नीति और कार्यशैली व इन पार्टियों में आया राम गया राम के जारी रहने के साथ ही इनकी जुमलेबाजी व हवा हवाई बातों से काफी दुखी हैं और सचेत हैं.