बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को ई कार्ट से श्रीरामलला के दर्शन कराएगी योगी सरकार

अयोध्या में श्रद्धालुओं की मदद के लिए ई कार्ट चलाए जाने की बन रही योजना

अयोध्या: 22 जनवरी को नव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। इसी क्रम में सरकार श्रीरामलला के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं को राम मंदिर और हनुमान गढ़ी तक पहुंचाने के ई कार्ट चलाएगी। ये ई कार्ट या गोल्फ कार्ट बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क होंगी। इस महत्वपूर्ण योजना को मूर्त रूप देने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने निजी औद्योगिक घरानों को प्रस्ताव भेजा है। यह प्रयास किया जा रहा है कि निजी औद्योगिक घराने अपने सीएसआर फंड के माध्यम से अयोध्या में इस सेवा के लिए डोनेशन प्रदान करें, ताकि बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को राहत प्रदान की जा सके। वहीं अयोध्या विकास प्राधिकरण का फैसिलिटी मैनेजमेंट पार्टनर कवच ग्लोबल जल्द ही 650 ई कार्ट्स को रोड पर उतारने जा रहा है।

अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु नए मंदिर में श्रीरामलला के दर्शनों के लिए अयोध्या आएंगे। इसमें दिव्यांग, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं भी शामिल होंगी। जो श्रद्धालु अपने वाहनों से अयोध्या आएंगे उन्हें पार्किंग स्थल पर ही ई कार्ट की सुविधा मिलेगी, जिसके माध्यम से वो हनुमान गढ़ी और श्रीरामलला के दर्शनों के साथ ही धाम में स्थित अन्य धार्मिक स्थलों तक जा सकेंगे। बुजुर्गों, दिव्यांगो और गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सेवा उपलब्ध कराने की योजना है। राम मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को यह ई कार्ट जन्मभूमि पथ तक ले जाएगी, यहां से बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं गर्भवती महिलाओं को व्हीलचेयर की सुविधा मिलेगी, जो बिल्कुल निशुल्क है। उन्होंने बताया कि कम समय में अधिक से अधिक श्रद्धालु श्रीरामलला के दर्शन कर सकें, इसके लिए यह व्यवस्था शुरू करने की योजना है। इसके लिए हमने उन कॉर्पोरेट हाउसेस को यहां ई कार्ट या गोल्फ कार्ट सेवा प्रदान करने के लिए कंट्रीब्यूशन हेतु प्रस्ताव भेजा है। ये ऐसे कॉर्पोरेट हाउसेस हैं जो पहले भी अपने सीएसआर फंड के माध्यम से अयोध्या में सेवा कार्य करने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। इनकी सहमति मिलने के बाद इस योजना को बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा।