लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और यूपी पुलिस के संयुक्त अभ्यास गांडीव-5 कार्यक्रम का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने एनएसजी द्वारा वार्षिक अभ्यास के 5वें संस्करण में विभिन्न सर्जिकल ऑपरेशन की तैयारियों को भी परखा। गांडीव-5 अभ्यास कार्यक्रम का उद्देश्य आतंकवादी हमले, किसी विमान के अपहरण या बंधक स्थिति में कमांडो बल के योजना मापदंडों को वैलिडेट करना है।
गौरतलब है कि लॉ एंड ऑर्डर की दिशा में उल्लेखनीय काम करने वाली योगी सरकार प्रदेश में आतंकी घटनाओं को लेकर भी सजग है। इस तरह की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए समय-समय पर सीएम योगी के निर्देश पर सुरक्षाबल मॉक ड्रिल करते रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को भी यूपी पुलिस और एनएसजी की टीम ने इस तरह की घटनाओं पर अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए संयुक्त अभ्यास ‘गांडीव-5’ को अंजाम दिया। अभ्यास के दौरान जहां पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री ने तैयारियों को परखा वहीं, लोकभवन में राज्य प्रशासन, यूपी पुलिस की विभिन्न इकाइयों और एनएसजी द्वारा संयुक्त रूप से काउंटर टेरर की मॉक ड्रिल्स की गई।
1984 में हुआ था गठन
बता दें कि सन् 1984 में आतंकवादी और अपहरण के खतरों को बेअसर करने के लिए सर्जिकल कमांडो ऑपरेशन करने के लिए एनएसजी को एक संघीय आतंकवाद-रोधी बल के रूप में खड़ा किया गया था। इसके पास एक विशेष दस्ता भी है, जो वर्तमान में उच्च जोखिम वाले वीवीआईपी को सशस्त्र सुरक्षा कवर प्रदान करता है।