कुवैत: एक इमारत में लगी आग से 40 भारतीयों समेत 43 लोगों की मौत, पीएम मोदी ने जताया दु:ख

कुवैत: कुवैत से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक इमारत में बुधवार (12 जून) को आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हो गए। मृतकों में 40 भारतीय भी शामिल हैं। आज सुबह मंगाफ शहर में छह मंजिला इमारत की रसोई में आग लग गई। स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे और भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई। इमारत में बड़ी संख्या में कर्मचारी रहते थे। कई लोगों को बचा लिया गया, लेकिन कई मौतें धुएं की वजह से दम घुटने से हुईं।

कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहद अल यूसुफ ने इस घटना (Kuwait Fire) को ‘रियल डिजास्टर’ बताया। वहीं, आंतरिक मंत्रालय के मेजर जनरल ईद राशिद ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद अग्निशमन दल और फोरेंसिक टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया।

लालच की वजह से ही ऐसी घटनाएं होती हैं: उप प्रधानमंत्री

इस आग की घटना पर उप प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और कार्यवाहक आंतरिक मंत्री फहद यूसुफ अल-सबा ने कहा कि दुर्भाग्य से प्रॉपर्टी मालिकों की लालच की वजह से ही ऐसी घटनाएं होती हैं। मैं नगर पालिकाओं के निदेशक को बुलाऊंगा और हम सभी प्रॉपर्टी मालिकों से बात करेंगे। किसी भी प्रॉपर्टी के उल्लंघन का मामला सामने आने के बाद सुबह उसे हटा दिया जाएगा या तो प्रॉपर्टी मालिक इसे खुद हटा लें या मैं नगरपालिका को उन्हें हटाने के निर्देश दूंगा।

उन्होंने कहा कि यह निर्णय बहुत पहले ही लागू किया जाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से रियल एस्टेट डीलरों की ओर से लापरवाही बरती गई। वे उल्लंघन करते हैं और यह घटना उल्लंघनों का परिणाम है। उप प्रधानमंत्री ने कहा 41 लोगों की मौत का कारण रियल एस्टेट डीलर हैं।

आग लगने वाली इमारत में रहते थे मजदूर

आगजनी (Kuwait Fire) की इस घटना पर एक अन्य वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी को बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें बड़ी संख्या में मजदूर रहते थे। उन्होंने कहा कि हम हमेशा इस बात को लेकर सचेत रहते हैं और चेतावनी देते हैं कि अपार्टमेंट में बहुत अधिक मजदूरों को न रखा जाए। हालांकि, वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने मजदूरों के रोजगार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। और वे भारत में कहां से हैं, इसे बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अधिकारी इसके कारणों की जांच कर रहे हैं।

भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारतीय श्रमिकों से जुड़ी आग की दुखद घटना के संबंध में दूतावास ने एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 शुरू किया है। सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें। दूतावास हर संभव सहायता करेगा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दु:ख (PM Modi on Kuwait Fire)

कुवैत की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दु:ख जताया है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिया सहायता का भरोसा

कुवैत शहर में आग लगने की घटना पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी सहायता देगा।

घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे भारत के राजदूत

कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने अल-अदन अस्पताल का दौरा किया, जहां आग की घटना में घायल हुए 30 से अधिक भारतीय लेबर को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कई मरीजों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि लगभग सभी की हालत स्थिर है।