लखनऊ: यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार (29 जुलाई) से शुरू हो गया है। मंगलवार यानी 30 जुलाई को अनुपूरक बजट आएगा। इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष ने सूखा, बाढ़, बिजली कटौती और किसानों के मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर ली है। सरकार एक दर्जन से ज्यादा अध्यादेश पारित कराएगी।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज विधानसभा पहुंच गए हैं। विधानसभा का सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस दौरान कई विधायकों ने सीएम योगी से मुलाकात की।
सीएम योगी ने कही ये बात
इससे पहले मीडिया से बातचीत में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। उत्तर प्रदेश ने फरवरी में अपना बजट पारित किया था, मानसून सत्र में पहली अनुपूरक मांग सत्र में पेश की जाएगी। उत्तर प्रदेश देश की उभरती अर्थव्यवस्था की राह पर आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले सात वर्षों में उत्तर प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। मैं सभी जनप्रतिनिधियों से सदन के सुचारू संचालन में अपना योगदान देने का आग्रह करता हूं। सरकार जनता के सभी मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार सत्र में उठाए गए सभी मुद्दों के प्रति जवाबदेह होगी।
इन अध्यादेशों को मिलेगी मंजूरी
सत्र के दौरान सरकार की ओर से उप्र आपराधिक विधि संशोधन अध्यादेश-2024, उप्र राज्य राजधानी क्षेत्र व अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यादेश-2024, उप्र नजूल संपत्ति (लोक प्रयोजनार्थ प्रबंधन एवं उपयोग) अध्यादेश-2024, उप्र विधियां संशोधन अध्यादेश-2024 और पेपर लीक रोकने से संबंधित उप्र सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अध्यादेश-2024 समेत कई अन्य अध्यादेशों को भी पारित कराया जाएगा।
वहीं, सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा करने और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की अपील की। उन्होंने सत्र के सुचारू संचालन के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वह सदन में अपना पक्ष शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अंतर्गत रखते हुए प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें। इस दौरान विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदेश में सूखा, बाढ़ की विभीषका और अघोषित बिजली कटौती समेत जनता से जुड़े मुद्दों पर सदन मे चर्चा कराने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष द्वारा भी उठाए गये मु्द्दों को ध्यानपूर्वक सुनने और उचित कार्यवाही करने को कहा।
मानसून सत्र हंगामेदार रहने के आसार
बता दें कि सत्र के दौरान विपक्ष का रूख भी अक्रामक होने की पूरी संभावना है। हालांकि, रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने सुचारू रूप से सदन चलाने में सहयोग करने का भरोसा दिया है। वहीं, सूत्रों की मानें तो विपक्ष की बाढ़, सूखा, बिजली कटौती और किसानों से जुड़े मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में है।