बरेली: आंवला मंडी एक बाबू के भरोसे चल रही है। पिछले 1 वर्ष से निरीक्षक न होने की वजह से यहां व्यापारियों व किसानों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। सचिव पर भी पड़ोसी जिले में चार्ज होने की वजह से यहां की व्यवस्थाओं पर असर पड़ रहा है। व्यापारी और किसान अपनी दिक्कतों को लेकर जाएं तो जाए कहां। मंडी परिसर में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। साफ-सफाई, जल भराव की बात तो छोड़ो यहां शुद्ध पेयजल भी व्यापारियों और किसानों को मयस्सर नहीं हो पा रहा है।
आढ़ती भीम ठाकुर, कदीर अहमद, शेर सिंह के अलावा दूर दराज अंचलों से मंडी में सामान खरीदने आने वाले फुटकर व्यापारियों ने भी अपनी दिक्कतों को साझा करते हुए बताया, जिम्मेदार लोगों की उदासीनता के चलते मंडी परिसर में व्यापारी व किसान आने से परहेज कर रहे हैं। इससे उनकी आमदनी पर भी असर पड़ रहा है। जानकारी करने पर लेखा लिपिक बाबूराम मौर्य ने बताया कि सचिव खारविंद प्रकाश पर बदायूं की दातागंज तहसील में स्थित मंडी का अतिरिक्त चार्ज है, इसलिए वह दोनों जगह बैठते हैं। बताया 1 वर्ष से निरीक्षक शुभम मिश्रा अपनी ड्यूटी को अंजाम नहीं दे रहे हैं यहां पर उनकी गैर हाजिरी दिखाई जा रही है।