लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में बन रहता है। एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी की तरफ से कराई गई जांच में विभाग में बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। अफसर और बिल्डरों की मिली भगत से कौड़ियों की जमीन के बदले करोड़ का भूखंड देने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है अफसरों ने बिल्डर को डूब क्षेत्र की जमीन के बदले 100 करोड़ का भूखंड दे दिया। एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने जांच कराई तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। बता दें कि एलडीए में आ रही शिकायतों को लेकर डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी गंभीर बने हुए हैं। फरियादियों के समस्याओं का निस्तारण उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है।
जांच के बाद एलडीए में बड़ा जमीन घोटाला पकड़ा गया है। एलडीए अफसरों ने बिल्डर की डूब क्षेत्र की कौड़ियों की जमीन खुद ले ली और बदले में 100 करोड़ रुपये के पांच व्यावसायिक व ग्रुप हाउसिंग भूखण्ड दे दिए। उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने जांच कराई तो फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। जिसके बाद आवंटन निरस्त कर दिया गया। बिल्डर के पक्ष में किया गया समायोजन सोमवार को निरस्त कर दिया।