हल्द्वानी हिंसा पर भड़के मौलाना, भड़की भीड़ ने कर दिया बवाल

बरेली में आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के आह्वान पर गिरफ्तारी देने पहुंची भीड़ मौके पर कुछ नहीं कर सकी तो लौटते वक्त अराजकता पर उतर आई।

हल्द्वानी कांड का गुस्सा बरेली में फूटा। मौलाना तौकीर के भड़काऊ बयान ने आग में घी डालने का काम किया। पुराना शहर में भीड़ ने कई दुकानों में तोड़फोड़ कर दूसरे समुदाय के लोगों की पिटाई कर दी। इसमें चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस और प्रशासन की तैयारियां नाकाफी साबित हुईं।

आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान से पैदल मार्च करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचकर गिरफ्तारी देने का आह्वान किया था। आईएमसी की ओर से पर्चे बांटकर लोगों से इसमें शाामिल होने की अपील की जा रही थी। पुलिस ने कार्यक्रम को अवैध घोषित कर पर्चा बांटने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।

मौलाना तौकीर समेत 30 लोगों को नोटिस जारी किए गए थे। पुलिस ने बिहारीपुर चौकी क्षेत्र के उस इलाके को छावनी बना दिया जहां मौलाना व उनके समर्थकों के आवास, मस्जिद और इस्लामिया इंटर कॉलेज का मैदान है।

मौलाना के समर्थन में जुटी भीड़

दोपहर एक से शाम चार बजे तक रस्साकशी चली। इस बीच सुरक्षा बंदोबस्त को दरकिनार कर हजारों लोगों की भीड़ प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गई। यहां सांकेतिक गिरफ्तारी के बाद लोगों से घर लौटने की बात कहकर मौलाना तौकीर चले गए। हालांकि, भीड़ का गुस्सा कम नहीं हो रहा था। वे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस ने सख्ती कर भीड़ को वहां से हटाया तो लोग जत्थों में नारेबाजी करते लौट गए।

श्यामगंज इलाके में उपद्रव

गुस्से में भरे लोग नारेबाजी करते हुए जब श्यामगंज व पुराना शहर के इलाके में आए तो इनमें से कुछ ने दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। अधिकतर दुकानें बंद थीं तो इन लोगों ने फल व फूलों के फड़ों पर हमला बोला और सारा सामान तितर-बितर कर दिया। इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों को पकड़कर पीटा गया। इससे चार लोग घायल हो गए।