प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार काशी आ रहे पीएम मोदी, हो अभूतपूर्व स्वागत: सीएम योगी

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लोकार्पित और शिलान्यास होने वाले विकास कार्यों को परखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर शाम करीब 4 बजे वाराणसी पहुंचे। लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से सीधे हुए सड़क मार्ग द्वारा करखियांव में बनास काशी संकुल जाकर वहां तीस एकड़ जमीन पर लगभग 475 करोड़ की लागत से निर्मित अमूल प्लांट का निरीक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे सर्किट हाउस पहुंचे, यहाँ मुख्यमंत्री ने वाराणसी में चल रही विकास की  परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की।

सीएम ने शहर की सजावट का दिया निर्देश

योगी आदित्यनाथ ख़राब मौसम और बारिश के बीच पूर्वांचल में श्वेत क्रांति लानी वाली बनास काशी संकुल पहुंचे और प्लांट का निरीक्षण किया। पूर्वांचल में रोजगार की धारा बहाने वाले अमूल प्लांट समेत कई विकास की परियोजनाओं का उदघाटन और जनसभा प्रधानमंत्री अपने फरवरी के वाराणसी के दौरे में करने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के आगामी प्रस्तावित वाराणसी दौरे के दौरान कार्यक्रम को देखते हुए शहर एवं सड़कों पर समुचित स्वच्छता एवं सजावट कराए जाने का निर्देश दिया। बोले कि कार्यक्रम के दौरान सड़क पर कहीं भी गंदगी नहीं देखनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को इस दौरान विशेष स्वच्छता अभियान चलाए जाने पर भी विशेष जोर दिया।

उन्होंने कहा कि सड़कों पर कहीं भी छुट्टा पशु नहीं दिखाई देने चाहिए। सड़कें गड्ढा मुक्त रहे। अच्छी लाइटों का का प्रबंध हो। सुरक्षा एवं सुरक्षा यातायात व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रहे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों की सुझावों पर विचार करते हुए प्राथमिकता पर पालन सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला वाराणसी दौरा है। सभी संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय कर कार्यक्रम को भव्यता के साथ संपन्न कराया जाना सुनिश्चित हो। बैठक की शुरुआत में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित वाराणसी दौरे के दौरान लोकार्पित व शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं को मुख्यमंत्री के सामने रखते हुए सभी तैयारियों से रूबरू कराया। पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे के दौरान रोड डायवर्जन, सभी प्रस्तावित स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था तथा ट्राफिक के उचित प्रबंध के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने पूरी जिम्मेदारी से इसे पूरा कराए जाने का निर्देश दिया।

कार्यों को समय से पूरा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के आगामी प्रस्तावित वाराणसी दौरे के कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान सभी जरूरी तैयारी समय से उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। लोक निर्माण विभाग के कार्यों में हो रही देरी के लिए एनओसी के समय ही टेन्डर प्रक्रिया अपनाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौके पर जाकर काम  देखने को  निर्देशित किया, जिससे सड़क व नाली मानक के अनुसार बने। लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को बचे कार्यों को मार्च के प्रथम सप्ताह में पूरा करने का आदेश दिए। इस प्रकार व्यवस्था करने को निर्देशित किया, ताकि कार्य के दौरान अनावश्यक आवागमन बाधित न हो तथा सड़कों को गड्ढा मुक्त रखते हुए गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए।

सारनाथ में प्रो-पुअर योजना के तहत हो रहे कार्यों में देरी पर नाराजगी जताते हुए विकास प्राधिकरण से सभी डिजाइन समय पर कार्यदायी संस्था को देते हुए बचे कार्यों को मार्च के प्रथम सप्ताह तक पूरा कराये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने निर्माण कार्य के दौरान सड़क सुरक्षा एवं आमजन की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखे जाने पर विशेष जोर देते हुए कार्य के दौरान सुरक्षा के निर्धारित मानकों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किए जाने हेतु संबंधित विभाग के अभियंताओं को निर्देशित किया। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुधारणीकरण के कार्य में देर होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माणाधीन सभी 06 सड़कों के कार्यों को मार्च के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण कराए जाने हेतु निर्देशित किया, जिससे आम जनमानस को सुगम यातायात में कोई परेशानी न होने पाए। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर विकसित किए गए पड़ावों के संचालन वह रखरखाव आदि के आदि के व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने हेतु निर्देशित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा बताये जाने पर परियोजनाओं के निर्माण में अधिग्रहित होने वाले भवनों एवं जमीनों का समुचित मुआवजा संबंधित पक्ष को दिए जाने पर विशेष जोर दिया। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बनी धर्मशालाओं पर अवैध कब्जे को हटाते हुए इसको साधु-संतों तक ही सीमित रखा जाये, इसका फायदा पेशेवर लोग न लेने पाए।