Uttarakhand Tunnel Accident: उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा में दीपावली के दिन हुए टनल हादसे में 41 मजदूरों की जान फंसी हुई है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं। पिछले 9 दिनों से रेस्क्यू चलाया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि रेस्क्यू में कोई जरूरत पड़ी तो नॉर्वे और थाईलैंड के एक्सपर्ट्स की टीम को भी बुलाया जा सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार की पूरी तैयारी है।
घटना को 8 दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी तक 41 लोगों की जिंदगी और मौत से जंग जारी है। ऐसे में अब लोगों का एक ही सवाल है कि आखिर कब तक टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा। हालांकि इसका जबाव किसी के पास नहीं है। 2 दिन हो गए हैं मशीन में खराबी के चलते रेस्क्यू रोक दिया गया था। इंदौर से एयरलिफ्ट कराई गई मशीन इंस्टाल हो चुकी है। अब जल्द ही फिर से रेस्क्यू का काम शुरू किया जाएगा। पीएमओ ने बताया कि रेस्क्यू के दूसरे प्लानों को भी एक्जीक्यूट किया जा रहा है, जिसमें बड़कोट वाली साइट, वर्टिकल तरीके से यानी ऊपर पहाड़ और पेंडीकुलर तरीके से रेस्क्यू शामिल है। टनल में पहले से ही अंदर फंसे मजदूरों को खाने पीने की सामग्री भेजी जा रही है। खाने की सामग्री ज्यादा भेजी जा सके इसके लिए 6 इंच का पाइप भी डाला जा रहा है। इस पाइप को 35 मीटर तक ड्रिल कर लिया है।