नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड के ठप होने की वजह से पूरी दुनिया ठप हो गई है। इसका बड़ा कारण यह है कि दुनियाभर के तमाम बैंक, एयरलाइन और बिजनेस क्लाउड सर्वर पर निर्भर हैं। माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड के डाउन होने के कारण भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत दुनियाभर की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल हुई हैं और कई का समय बदला गया है। एयरलाइंस कंपनियों ने अपने यात्रियों के इस आउटेज की वजह से सेवाओं में हो रही देरी को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
बता दें कि अधिकतर कंपनियां क्लाउड सर्वर का इस्तेमाल कर रही हैं और इस वक्त क्लाउड सर्विस देने वाली तीन प्रमुख कंपनियां हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और गूगल शामिल हैं। आइए जानते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड के आउटेज से क्या-क्या प्रभावित हुआ है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर सेवाएं हुईं प्रभावित
इस आउटेज पर दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा, “वैश्विक आईटी आउटेज के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर कुछ सेवाएं अस्थायी रूप से प्रभावित हुईं। हम अपने यात्रियों को असुविधा कम करने के लिए अपने पार्टनर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे एयरलाइन के संपर्क में रहें।”
इन एयरलाइंस की सेवाएं हुईं ठप
भारत में इंडिगो, स्पाइसजेट और आकासा एयरलाइंस की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। भारत के अलावा अमेरिका में Frontier, Allegiant और SunCountry जैसी बड़ी एयरलाइंस कंपनियों की सेवाएं माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड आउटेज के कारण ठप हो गई हैं। इस आउटेज के कारण एयरलाइंस कंपनियों के बुकिंग, चेक-इन, बोर्डिंग, वेब चेक-इन जैसी सभी सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।
बैंक से लेकर बिजनेस तक ठप
माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड आउटेज के कारण दुनिया के कई बैंकों के काम भी ठप पड़ गए हैं। इसके अलावा वे बिजनेस भी प्रभावित हुए हैं जो क्लाउड पर निर्भर थे। कई मीडियाहाउस की वेबसाइट के भी ठप होने की खबर है। इसके कारण कई बिजनेस के आईटी नेटवर्क प्रभावित हुए हैं।
CrowdStrike के कारण हो रही दिक्कत
कायदे से देखा जाए तो यह आउटेज सीधे तौर पर माइक्रोसॉफ्ट के कारण नहीं, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट पीसी और तमाम कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी सर्विस देने वाले प्लेटफॉर्म CrowdStrike के डाउन होने के कारण है। CrowdStrike विंडोज पीसी को एडवांस साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन देती है। CrowdStrike के ही डाउन होने के कारण भारत, अमेरिका, कनाडा, जापान समेत दुनियाभर के कई देश प्रभावित हैं। CrowdStrike ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि वह फाल्कन सेंसर से संबंधित विंडोज होस्ट पर क्रैश की रिपोर्ट से अवगत है और उसके इंजीनियर इसे फिक्स करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।