वायनाड: केरल के वायनाड में हुईं लैंडस्लाइड की चार घटनाओं में चार गांव बह गए थे। हादसे के चौथे दिन शुक्रवार को सेना ने चार लोगों को जिंदा निकाला। इनमें दो पुरुष और महिला हैं। चारों एक ही परिवार के हैं। ये पदावेट्टी कुन्नू में फंसे हुए थे। हादसे में अब तक मृतकों की संख्या 318 हो गई है। जबकि, 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। सेना अब मोबाइल की लास्ट लोकेशन के हिसाब से लोगों को ढूंढ़ने का काम कर रही है।
आर्मी के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, अट्टामाला, चूरलमाला और नूलपुझा गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। अब केवल शव ढूंढ़े जा रहे हैं। मौसम विभाग ने दो अगस्त को वायनाड में बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने वायनाड लैंडस्लाइड का मुद्दा दिल्ली में उठाने की बात कही है। साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी यहां 100 से ज्यादा घर बनाएगा। केरल ने एक ही इलाके में ऐसी त्रासदी नहीं देखी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रेस्क्यू टीम की सराहना की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा- इस कठिन समय में हम भारत के साथ हैं। रेस्क्यू में जुटे लोगों की हम सराहना करते हैं। उधर, गुरुवार को वायनाड पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज भी यहां पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।
पिता के निधन का दिन याद आया: राहुल गांधी
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गुरुवार (1 अगस्त) को वायनाड पहुंचे थे। दोनों ने प्रभावित लोगों से बात की। चूरलमाला और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्चुरी भी पहुंचे। आज शुक्रवार को भी राहुल गांधी वायनाड में रहेंगे। यहां राहत कार्य को लेकर पार्टी नेताओं और मेप्पाड़ी ग्राम पंचायत के डेलिगेशन से मिले। राहुल ने कहा कि यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार और घरों को खो दिया है। आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था। राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं।