लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीद की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि धान विक्रय में किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। सीएम ने क्रय व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों से कहा कि किसान हित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि धान क्रय में लापरवाही बरती जाती है तो दोषी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
7.82 लाख किसानों को 11170.55 करोड़ का भुगतान किया गया। धान खरीद के लिए 70 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय लक्ष्य निर्धारित है। क्रय एजेंसी खाद्य व रसद विभाग की विपणन शाखा, पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस, मंडी परिषद व भारतीय खाद्य निगम द्वारा 5206 क्रय केंद्र स्थापित किए गए।
29 फरवरी तक होगी खरीद
14 फरवरी तक 7.82 लाख किसानों से 52.47 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इस एवज में किसानों के बैंक खाते में 11170.55 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया गया है। धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2183 प्रति कुंतल तथा धान ग्रेड-ए का मूल्य 2203 प्रति कुंतल रुपए निर्धारित है। पश्चिमी यूपी के जिलों में पहली अक्टूबर 2023 से 31 जनवरी 2024 व पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में पहली नवंबर से 29 फरवरी तक धान खरीद की जाएगी।
प्रदेश भर में कुल 5206 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इनमें धान बिक्री के लिए 10,45,946 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया। 14 फरवरी तक 7.82 लाख किसानों से 52.47 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी, और इसके तहत 11,170.55 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों के बैंक खाते में किया गया।