नई दिल्ली: कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विशेष विमान कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया है. इस दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन हवाई अड्डे पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहे. मरने वालों में केरल के सबसे ज्यादा नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन, ओडिशा से दो और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा से एक-एक मृतक शामिल हैं.
45 भारतीयों की हुई थी मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह गुरुवार को कुवैत पहुंचे थे. पहुंचते ही उन्होंने पार्थिव शरीर को शीघ्र स्वदेश लाने के लिए कुवैती सरकार के साथ समन्वय स्थापित किया. बुधवार को मंगाफ क्षेत्र में एक इमारत में लगी आग में इनकी मौत हो गई थी. इमारत में मौजूद 176 भारतीय मजदूरों में से 45 की मौत हो गई, जबकि 33 अस्पताल में भर्ती हैं और बाकी सुरक्षित बताए जा रहे हैं.
विदेश राज्य मंत्री ने गृह मंत्री से की मुलाकात
कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद, मंत्री ने पांच अस्पतालों (अदन, मुबारक अल-कबीर, जाबेर, फरवानिया और जाहरा) का दौरा किया, जहां घायल भारतीयों का इलाज किया जा रहा है, और उनसे बातचीत की. अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, सभी मरीज सुरक्षित बताए जा रहे हैं और उनकी चिकित्सा स्थिति के आधार पर उन्हें धीरे-धीरे छुट्टी दी जाएगी.
कीर्ति वर्धन सिंह ने सबसे पहले वहां के गृह मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबा से मुलाकात की, जिन्होंने मृतकों के पार्थिव शरीर को शीघ्र स्वदेश भेजने तथा अस्पताल में भर्ती सभी लोगों को उचित चिकित्सा देखभाल के लिए पूरा समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया. मंत्री ने विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और स्वास्थ्य मंत्री अहमद अब्देलवहाब अहमद अल-अवदी से भी मुलाकात की.