प्रयागराज: संगम नगरी में लगने वाले महाकुंभ 2025 मेले की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए पूरे मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर पुलिस वालों की तैनाती की जाएगी. मेले में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को फील्ड में तैनात करने से पहले उन्हें अफसरों और विशेषज्ञों से प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है.
मेला पुलिस लाइन में ट्रेनिंग लेने वाले पुलिसकर्मियों ने प्रशिक्षण में क्या कुछ कितना सीखा है, उसका पता लगाने के लिए उनकी परीक्षा ली जा रही है और इस परीक्षा में सफल होने वालों को ही मेले में तैनात किया जाएगा. जबकि एक घंटे की परीक्षा में जो फेल होगा उसे पुनः प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद फिर से परीक्षा देनी होगी. पुलिस की तरफ से यह सब कुछ इसलिये किया जा रहा है जिससे कि मेले में दक्ष पुलिस वाले तैनात हों जो बेहतर तरीके से सेवाभाव और सजगता के साथ ड्यूटी कर महाआयोजन को सफल बनाएं.
13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ 2025 मेले के दौरान 45 करोड़ तक श्रद्धालू इस मेला क्षेत्र में आस्था की डुबकी लगाने आएंगे. इन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यूपी सरकार ने हर स्तर पर तैयारी कर रही है. महाकुम्भ मेला में ड्यूटी करने आये पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देने के बाद उनकी दक्षता जांचने के लिए ट्रेनिंग पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों वाली परीक्षा आयोजित की जा रही है. इस परीक्षा में महाकुम्भ पर दिए गए प्रशिक्षण से जुड़े 20 सवालों के जरिये उनके प्रशिक्षण से जुड़ी जानकारियों को परखा जा रहा है. इस परीक्षा में फेल होने वालों को फिर से 3 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
परीक्षा में प्रशिक्षण से जुड़े सवाल पूंछे जा रहे हैं: महाकुंभ 2025 से पहले आयोजित पुलिस ट्रेंनिग के दौरान ड्यूटी करने आये हुए पुलिस वालों को मेले के दौरान की तमाम परिस्थितियों के बारे में बताया गया है और किस परिस्थिति में क्या करना है और क्या नहीं करना है यह भी सिखाया गया है. विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, श्रद्धालुओं से व्यवहार और कुम्भ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है. प्रशिक्षण के दौरान दी जाने वाली जानकारियों को ट्रेनिंग के दौरान इन पुलिस कर्मियों ने कितनी गंभीरता से सुना और जाना उसकी जांच करने के लिए यह परीक्षा ली जा रही है.
ट्रेनिंग के बाद आयोजित लिखित परीक्षा में पुलिसकर्मियों का मूल्यांकन किया जा रहा है. जिससे कि महाकुम्भ के दौरान सुरक्षा और सेवा का सर्वोत्तम मानक तय किया जा सके. लिखित परीक्षा में प्रशिक्षण के दौरान बताए गए अलग-अलग बिंदुओं से जुड़े सवालों को पूछा जा रहा है, जिसमें आपदा से बचने, श्रद्धालुओं से व्यवहार और कुंभ के धार्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं से संबंधित प्रश्न शामिल है.
इसके साथ ही उनके विकल्प दिए गए हैं जिसमें से सिर्फ विकल्प को चुनकर इस परीक्षा को पास किया जा सकता है, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान किसी ने ध्यान नहीं दिया होगा तो उसके लिए ये परीक्षा पास करना आसान भी नहीं होगा और वैसे पुलिस वालों को फिर से 3 दिन की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी.
एसएसपी कुम्भ मेला राजेश द्विवेदी के अनुसार कुम्भ मेला ड्यूटी में आने वाले सभी पुलिसकर्मियों के लिए ट्रेनिंग क्लास चलाई जा रही है. जिसमें मेले से जुड़े सभी बिंदुओं की जानकारी उपलब्ध करवायी जाती है. ट्रेनिंग क्लास में दी गयी उसी जानकारी के आधार पर उनकी परीक्षा करायी जा रही है. इस परीक्षा में असफल होने वालों को फिर से 3 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी.