यौन शोषण-दुष्‍कर्म मामले में कोर्ट का फैसला, प्रज्ज्वल रेवन्ना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत

बंगलूरू: जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) से निकाले गए नेता और पूर्व सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना लगातार मुश्किलों में फंसते जा रहे हैं। पहले उन पर कई महिलाओं के यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोप लगे। फिर उन्हें हासन लोकसभा सीट से हार भी झेलनी पड़ी और अब उन पर कानून का अपना शिकंजा कसता जा रहा है। यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोप में बंगलूरू की एक विशेष कोर्ट ने सोमवार (10 जून) को रेवन्ना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

बता दें कि कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। एसआईटी द्वारा रेवन्ना को कोर्ट में पेश किया गया है। इससे पहले 31 मई को अदालत ने रेवन्ना को 6 जून तक एसआईटी की हिरासत में भेजा था। इसके बाद हिरासत को 10 जून तक बढ़ाया गया। जेडी-एस से निष्कासित नेता को हिरासत में विस्तृत जांच का सामना करना पड़ा। एसआईटी ने इकट्ठा किए गए सबूत, गवाहों के बयानों के आधार पर रेवन्ना से पूछताछ की।

24 जून तक न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया

इसके बाद कोर्ट में पूर्व सांसद के खिलाफ कई आरोप दायर किए। फिर अदालत ने भी आरोपों की गंभीरता को समझते हुए रेवन्ना की हिरासत को 14 दिन के लिए बढ़ा दिया। अब प्रज्ज्वल को 24 जून तक एसआईटी की कड़ी पूछताछ का सामना करना होगा। कोर्ट ने आरोपों की गंभीरता और एसआईटी द्वारा पेश किए गए सबूतों को ध्यान में रखते हुए उन्हें 24 जून तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया।